Vivo Vision: चाइना की बड़ी टेक कंपनी वीवो ने सैमसंग और गूगल को टक्कर देने के लिए अपने पहले रियलिटी हेडसेट विजन की झलक दिखा ही है. कंपनी ने इसको एक इवेंट में पेश किया था. कंपनी इसे अगले कुछ महीनों में लॉन्च कर सकती है. फिलहाल अभी इसके हार्डवेयर और फीचर्स को लेकर जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन इस इवेंट में कंपनी ने इसका डिजाइन पेश कर दिया है.
Vivo Vision में क्या हो सकता है खास?
कंपनी ने कहा कि वह कंज्यूमर रोबोटिक्स की ऐप्स की कंप्यूटिंग कैपेबिलिटीज को मजबूत करने पर काम कर रही है और विजन हेडसेट उसी का हिस्सा है. इसकी तस्वीर से पता चलता है कि इसका डिजाइन स्की के लिए यूज होने वाले गॉगल्स जैसा है. इसमें ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी को इनेबल करने के लिए कई सेंसर मिल सकते है. फ्रेम के नीचे भी आपको दो सेंसर दिए गए हैं. हेडबेंड में पैड लगे होने से आप इसको काफी समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं.
सैमसंग भी ला रहा अपना हेडसेट
आपको बता दें कि अभी तक विजन प्रो हेडसेट के क्षेत्र में Apple कंपनी नाम सबसे आगे है. Apple के बाद अब सैमसंग और गूगल जैसी कंपनियां भी हेडसेट लाने पर काम कर रही है. अभी सैमसंग कंपनी Project Moohan नाम से अपना हेडसेट तैयार कर रही है. लीक रिपोर्ट की माने तो यह 2025 में ही लॉन्च हो सकता है. इसके लिए कंपनी गूगल और क्वालकॉम के साथ मिलकर काम कर रही है. इसका वजन ऐपल विजन प्रो से हल्का होने की उम्मीद बताई जा रही है.
क्या होता है मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट?
दरअसल मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट इमर्सिव और इंटरैक्टिव एक्सपीरियंस के लिए वर्चुअल रियलिटी (वीआर) और ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) दोनों के एलिमेंट्स को जोड़ता है. इसका प्रयोग आप गेमिंग, डिज़ाइन और विज़ुअलाइज़ेशन के साथ ट्रेनिंग और शिक्षा में भी कर सकते हैं. यह यूजर्स को अपने आस-पास के वास्तविक दुनिया के वातावरण से अवगत रहते हुए डिजिटल कंटेंट को देखने और उसके साथ बातचीत करने की परमिशन देता है.
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