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फैक्ट चेक( Photo Credit : फोटो- ट्विटर)
देश में जारी लॉकडाउन के बीच प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए कई श्रमिक ट्रेनें चलाई जा रही है. इसी बीच एक खबर सामने आई है कि एक क्षमिक ट्रेनें 2 दिन में पहुंचने के बजाय 9 दिन में पहुंच रही है और इसीके चलते लोगों की मौत हो रही है. एक खबर के मुताबिक सूरत से सिवान जा रही 2 श्रमिक ट्रेनें 9 दिन में पहुंची जिसके चलके एक बच्चे की मौत हो गई है.
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As per a news, 2 Sivan bound trains took 9 instead of 2 days to reach from Surat & caused a child's death.#PIBFactCheck:This is factually incorrect. Trains reached in 2 days. Child was ill & returning after treatment.The cause of death can be known only after post-mortem. pic.twitter.com/4HMbc2Rtrv
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 26, 2020
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क्या है इस खबर की सच्चाई
बताया जा रहा है कि ये खबर गलत हैं और इसमें सही जानकारी नहीं दी गई है. पीआईबी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ट्रेन 9 दिन नहीं बल्कि 2 दिन में ही सिवान पहुंची. वहीं ट्रेन में बच्चे की मौत की खबर सही है लेकिन उसकी मौत भूख प्यास से नहीं हुई. दरअसल बच्चा पहले से ही बीमार था और इलाज के बाद घर वापस लौट रहा था. हालांकि बच्चे की मौत किन कारणों से हुई उसकी जानकारी पॉस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मिल सकेगी. लेकिन इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि ट्रेन 2 दिन बजाय 9 दिन में पहुंची.
Source : News Nation Bureau