/newsnation/media/media_files/2025/11/26/gulshan-kumar-2025-11-26-19-01-57.jpg)
Gulshan Kumar Photograph: (T-Series)
Gulshan Kumar Murder: साल 1997 में जब टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई, तब पूरा बॉलीवुड हैरान रह गया था. इस सनसनीखेज वारदात ने फिल्म इंडस्ट्री और अंडरवर्ल्ड के बीच कई सवाल खड़े कर दिए थे. बाद में साल 2002 में अंडरवर्ल्ड के अब्दुल रऊफ उर्फ ​​दाउद मर्चेंट को गुलशन कुमार की हत्या का जिम्मेदार ठहराया गया था. लेकिन क्या आपको पता है कि एक शख्स ऐसे है, जिन्हें ये मर्डर होने से कुछ महीने पहले ही इसकी जानकारी मिल गई थी. अब हाल ही में उन्होंने खुद इस बारे में बताया है.
पहले ही मिल गई थी हत्या की जानकारी
दरअसल, मुंबई के टॉप पुलिस अधिकारी राकेश मारिया (Rakesh Maria) को गुलशन कुमार की हत्या की जानकारी महीनों पहले ही मिल गई थी हाल ही में राज शमानी के पॉडकास्ट में राकेश मारिया ने इस पर बात की. उन्होंने कहा- 'क्राइम ब्रांच में काम करते हुए और मुंबई बम धमाकों की जांच करते हुए मैंने इंफॉर्मर का एक अच्छा नेटवर्क बना लिया था. तो मुझे लगता है कि 22 अप्रैल 1996 को देर रात मुझे एक कॉल आया. तब मोबाइल फोन नहीं थे, इसलिए मुझे लैंडलाइन पर कॉल आया. मुखबिर ने मुझसे कहा- सर, गुलशन कुमार का विकेट जाने वाला है. अबू सलेम गुलशन की हत्या की साजिश रच रहा है और जैसे ही वो रोज की तरह शिव मंदिर जाएंगे उन्हें गोली मार दी जाएगी.'
फिल्म मेकर को दी जानकारी
इस फोन कॉल ने राकेश मारिया को डराकर रख दिया था. उस समय सुबह के करीब 2-3 बज रहे थे. फिर उन्होंने इस बारे में फिल्म मेकर महेश भट्ट को बताया. राकेश मारिया ने अपनी बातचीत में आगे कहा- 'सुबह करीब 6:30-7 बजे मैंने महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) को कॉल किया, जिन्होंने गुलशन कुमार के टी-सीरीज के लिए कई रोमांटिक फिल्में डायरेक्ट की थीं. मैंने उनसे कहा- तुम उन्हें कहो कि वो अपने घर से बाहर न निकलें, अगर वो शिव मंदिर के लिए जा रहे हैं. मैं क्राइम ब्रांच से बात कर रहा हूं और कोई प्रोटेक्शन उनके लिए भिजवा रहा हूं.' बता दें, इसके बाद महीनों तक गुलशन कुमार संग कुछ नहीं हुआ.
सुरक्षा के बावजूद कैसे हुई हत्या?
राकेश मारिया ने आगे बताया कि वो बाद में इस बात को भूल गए. फिर एक दिन अगस्त (1997) में उन्हें पता चला कि गुलशन कुमार को शिव मंदिर के बाहर गोली मार दी गई है. उन्होंने कहा- 'मैं हैरान था, ये कैसे हो गया? उन्हें सुरक्षा दी गई थी. फिर मुझे पता चला कि मुंबई पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दी थी, लेकिन नोएडा में उनकी एक बहुत बड़ी फैक्टरी थी. इसलिए, यूपी पुलिस ने उन्हें सुरक्षाकर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी मुहैया कराई थी. इसलिए, वे उनके साथ थे. समय के साथ, लोगों को लगता है कि इतने महीने हो गए, कुछ नहीं हुआ है. इसलिए, सुस्ती आ जाती है.' राकेश ने आगे बताया कि जिस दिन हत्या हुई, उस दिन कोई त्यौहार था और गुलशन ने बॉडी गार्ड्स को छुट्टी दे दी थी, ऐसे में उनके हत्या कर दी गई.
ये भी पढ़ें- नहीं हुई है कोई चिटिंग-विटिंग, मुच्छल परिवार की बहू बनेंगी स्मृति, पलाश की मां ने कर दिया क्लेयर
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us