logo-image

कंगना को जवाब देने में भाषा की मर्यादा भूले शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक, किया ये Tweet

शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) ने ट्वीट करते हुए कंगना रनौत (Kangana Ranaut) पर एक बार फिर विवादित बयान दिया है

Updated on: 14 Sep 2020, 04:10 PM

नई दिल्ली:

बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) आज मुंबई से सुबह निकलकर अपने घर मनाली पहुंचने वाली हैं. कंगना भले ही मुंबई से चली गई हैं लेकिन उनके और शिवसेना के बीच चल रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां कंगना रनौत (Kangana Ranaut) सोशल मीडिया का सहारा ले कर शिवसेना और कांग्रेस पर निशाना साध रही हैं वहीं दूसरी तरफ शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) ने ट्वीट करते हुए कंगना रनौत (Kangana Ranaut) पर एक बार फिर विवादित बयान दिया है.

शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) ने मराठी में ट्वीट करते हुए लिखा, 'अगर कुत्ते की पूंछ को एक ट्यूब में रखते हैं, तो वह टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है. इसका अर्थ आज स्पष्ट हो गया है. शिवसेना को परेशानी में डालने के लिए पिछले हफ्ते कंगना का पक्ष लेने वाले सभी लोगों का मुंह आज काला हो गया.'

यह भी पढ़ें: अपनी ही मौत पर अनुराग कश्यप का जवाब, यमराज खुद घर वापस छोड़ गए...

बता दें कि महाराष्ट्र के ठाणे से शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक कई बार ट्वीट के जरिए कंगना रनौत (Kangana Ranaut) पर विवादित बयान दे चुके हैं. इस बार तो उन्होंने कंगना रनौत के लिए पूंछ ना सीधी होने वाली कहावत का सहारा ले लिया है. वहीं इससे पहले प्रताप सरनाईक ने अपने एक ट्वीट में लिखा था कि मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के लिए कंगना पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए. इसी के साथ उन्होंने लिखा था कि अगर फिर भी वो यहां आती हैं तो हम उसका मुंह तोड़ देंगे. मैं गृह मंत्री से मांग करता हूं कि कंगना रनौत के खिलाफ राज द्रोह का केस दर्ज हो.

यह भी पढ़ें: फिर दहाड़ी कंगना, बोलीं- मुझे अपनी आवाज दो, नहीं तो सिर्फ खून...

वहीं कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने मुंबई से रवाना होने से पहले रविवार दोपहर को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से राजभवन में मुलाकात की थी. अपनी मुलाकात के बाद कंगना ने एक ट्वीट में कहा था, 'थोड़ी देर पहले मैं महामहीम राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी जी से मिली. मैंने उन्हें अपनी बातें बताई और यह भी अनुरोध किया कि मुझे न्याय दिया जाए, इससे सिस्टम में आम नागरिक और खासकर बेटियों का विश्वास बहाल होगा.'