रैपर रफ्तार का नेपोटिज्म पर आया रिएक्शन, कहा- इसे जड़ से उखाड़ना जरूरी

'ऑल ब्लैक', 'स्वैग मेरा देसी' और 'तो ढिशूम' रैप के लिए मशहूर रफ्तार (Raftaar) ने नेपोटिज्म पर कहा कि हमें इस पूरे इनसाइडर-आउटसाइडर बहस को रोकने की जरूरत है

'ऑल ब्लैक', 'स्वैग मेरा देसी' और 'तो ढिशूम' रैप के लिए मशहूर रफ्तार (Raftaar) ने नेपोटिज्म पर कहा कि हमें इस पूरे इनसाइडर-आउटसाइडर बहस को रोकने की जरूरत है

author-image
Akanksha Tiwari
New Update
raftaar

रैपर रफ्तार का नेपोटिज्म पर आया रिएक्शन( Photo Credit : फोटो- IANS)

लोकप्रिय रैपर रफ्तार (Raftaar) का मानना है कि पैसे और शारीरिक शक्ति की ताकत उन लोगों को डराने के लिए काफी है जो म्यूजिक बिजनेस में नए आए हैं. रफ्तार (Raftaar) ने मीडिया से कहा, 'याद रखें कि सच्ची शक्ति प्रशंसकों के हाथों में होती है. शरीर और धन की शक्ति किसी ऐसे व्यक्ति को डराने के लिए अच्छा तरीका हो सकती हैं, जो म्यूजिक इण्डस्ट्री में नया है लेकिन असली प्रतिभा हमेशा चमकती रहेगी.'

Advertisment

यह भी पढ़ें: कोरोना के चपेट में आए अभिषेक बच्चन का ट्वीट हुआ वायरल, लोगों से की ये अपील

'ऑल ब्लैक', 'स्वैग मेरा देसी' और 'तो ढिशूम' रैप के लिए मशहूर रफ्तार (Raftaar) ने नेपोटिज्म पर कहा, 'हमें इस पूरे इनसाइडर-आउटसाइडर बहस को रोकने की जरूरत है. हमें असली प्रतिभा को तलाशने की और उसे मौका देने की जरूर है फिर चाहे वह इनसाइडर हो या आउटसाइडर. हां, पश्चिम दुनिया के विपरीत भारत में पक्षपात और भाई-भतीजावाद है और हमें इसे जड़ से मिटाना होगा.'

यह भी पढ़ें: बॉलीवुड पर कोरोना ग्रहण, 48 घंटो में अमिताभ बच्चन सहित इन सेलेब्स के घर हुआ महामारी का हमला

रफ्तार (Raftaar) ने आगे कहा, 'जिस दिन हम कलाकारों को उनके सोशल मीडिया स्टेटस या उन्हें मिले बड़े अवॉर्डस या प्रोजेक्ट के आधार पर जज करना छोड़ देंगे उस दिन पक्षपात का यह पूरा सिस्टम खत्म हो जाएगा. कलाकारों की यह पीढ़ी अपनी क्षमता, अधिकार और व्यावसायिक मूल्यों को लेकर समझदार है. इसीलिए भाई-भतीजावाद और पक्षपात के पूरे आंदोलन को दर्शक मिल गए हैं, वरना पहले ये चीजें लोगों को पता ही नहीं चलती थीं.' रफ्तार (Raftaar) को फिलहाल 'एमटीवी रोडीज रिवॉल्यूशन' में देखा जा रहा है.

Source : IANS

Raftaar
Advertisment