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IFFI में दिखाई जाएगी ‘सांड की आंख’ और ‘छिछोरे’, नए साल के तीसरे हफ्ते में होगा समारोह

नौ दिवसीय फिल्म महोत्सव गोवा में 20-28 नवंबर तक होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया और अब यह महोत्सव 16 जनवरी से 24 जनवरी तक आयोजित होगा

Updated on: 19 Dec 2020, 06:27 PM

नई दिल्ली:

सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर (Prakash Javadekar) ने शनिवार को घोषणा की कि 'सांड की आंख' और सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म 'छिछोरे' सहित 20 गैर-फीचर और 23 फीचर फिल्में 51वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) भारतीय पैनोरमा वर्ग में प्रदर्शित की जाएंगी. नौ दिवसीय फिल्म महोत्सव गोवा में 20-28 नवंबर तक होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया और अब यह महोत्सव 16 जनवरी से 24 जनवरी तक आयोजित होगा. 

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जावडेकर ने ट्वीट किया, '51 वें आईएफएफआई के भारतीय पैनोरमा में 23 फीचर और 20 गैर-फीचर फिल्मों के चयन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है.' तुषार हीरानंदानी द्वारा निर्देशित और तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर अभिनीत 'सांड की आंख' महोत्सव में पैनोरमा खंड के लिए शुरुआती फिल्म होगी, जिसमें वेत्री मारन की 'असुरन', नील माधव पांडा की उड़िया भाषा की फिल्म "कलिरा अटिता" और गोविंद निहलानी की "अप, अप एंड अप" भी दिखाई जाएगी. 

फिल्मकार-लेखक जॉन मैथ्यू मत्थन की अध्यक्षता वाली जूरी द्वारा चुनी गई फिल्मों में "ब्रिज" (असमिया), "अविजात्रिक" (बांग्ला), "पिंकी एली?" (कन्नड़), "ट्रान्स" (मलयालम) और "प्रवास" (मराठी) शामिल है. तीन मुख्यधारा की फिल्मों में नितेश तिवारी की "छिछोरे" और "असुरन" और मलयालम फिल्म "कप्पेला" भी शामिल हैं. फिल्म ‘‘छिछोरे’’ सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत है, जिनका इस वर्ष जून में निधन हो गया था. फिल्मों का चयन फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) और प्रोड्यूसर गिल्ड की सिफारिशों के आधार पर डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल्स (डीएफएफ) द्वारा किया गया है. गैर-फीचर जूरी की अध्यक्षता मशहूर फीचर और डॉक्यूमेंट्री फिल्मकार हाओबम पबन कुमार ने किया.