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'गुड्डी' को 'आनंद' दिलाने के लिए 'चुपके-चुपके' किया 'गोलमाल', देखें ऋषि दा की बेहतरीन फिल्में

ऋषिकेश मुखर्जी ने घर के छोटे मुद्दों से लेकर समाज के संवेदनशील मुद्दों पर भी फिल्में बनाईं. आज हम आपके लिए उनकी 5 फिल्में लाए हैं जो आपके चेहरे पर मुस्कान भी लाएंगी और एक बड़ा मैसेज भी दे जाएंगी

Updated on: 30 Sep 2020, 11:51 AM

नई दिल्ली:

हिंदी सिनेमाजगत के महान फिल्ममेकर Hrishikesh Mukherjee का आज जन्मदिन है. 30 सितंबर 1922 को कोलकाता में जन्मे ऋषिकेश मुखर्जी भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं मगर उनकी दमदार और लोगों को गुदगुदाने वाली फिल्में हमेशा उनकी याद दिलाती रहेंगी. उन्होंने हिन्दी फिल्मों में कॉमेडी रस ऐसा दिखाया जो लोगों को हंसाने के साथ ही साथ एक मैसेज भी दे जाती थीं. ऋषिकेश मुखर्जी ने घर के छोटे मुद्दों से लेकर समाज के संवेदनशील मुद्दों पर भी फिल्में बनाईं. आज हम आपके लिए उनकी 5 फिल्में लाए हैं जो आपके चेहरे पर मुस्कान भी लाएंगी और एक बड़ा मैसेज भी दे जाएंगी.

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फिल्म - गोलमाल (Golmaal)

साल 1979 में आई ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म गोलमाल (Gol Maal) को लोग आज भी देखना पसंद करते हैं. फिल्म में अभिनेता अमोल पालेकर (Amol Palekar) ने कमाल का अभिनय किया था. अमोल पालेकर (Amol Palekar) ने एक साथ दो किरदार निभाए हैं, एक किरदार में अमोल मूंछों के साथ दिखाई दे रहे हैं तो वहीं दूसरे में बिना मूंछों के. फिल्म की कहानी काफी मजेदार है.

फिल्म चुपके चुपके (Chupke Chupke)

साल 1975 में आई फिल्ममेकर ऋषिकेश मुखर्जी (Hrishikesh Mukherjee) की फिल्म चुपके चुपके (Chupke Chupke) को देखकर आज भी आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाते हैं. यह फिल्म सिचुएशनल कॉमेडी पर आधारित है. फिल्म में कुछ सीन ऐसे है जो आप फिल्म देखने के बाद भी याद करते रहेंगे. फिल्म में अभिनेता धर्मेंद्र (Dharmendra) का एक नया रूप देखने को मिलता है.

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फिल्म- आनंद (Anand)

साल 1972 में आई इस फिल्म को भला कौन भूल सकता है. ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित यही वो फिल्म थी जिसने राजेश खन्ना को सुपरस्टार बना दिया. फिल्म ने सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के करियर की नींव भी रखी थी. फिल्म के डायलॉग्स आज भी काफी मशहूर हैं.

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फिल्म- बावर्ची (Bawarchi)

साल 1972 में आई ये फिल्म घर-परिवार के किस्से कहानियों को दिखाती है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे छोटी-छोटी बातों पर हम एक दूसरे से मुंह फुला कर बैठ जाते हैं और रिश्तों के वास्तविक सौंदर्य की अनदेखी कर देते हैं. फिल्म में राजेश खन्ना, जया बच्चन समेत कई दिग्गज कलाकारों ने दमदार अभिनय किया है.

फिल्म- गुड्डी (Guddi)

साल 1972 में आई जया बच्चन की फिल्म गुड्डी (Guddi) में दिखाया गया मुद्दा ऋषि दा से बेहतर कोई नहीं दिखा सकता था. फिल्म में सभी किरदारों ने दमदार अभिनय का परिचय दिया.

बता दें कि ऋषिकेश मुखर्जी (Hrishikesh Mukherjee) फिल्मों में आने से पहले गणित और विज्ञान पढ़ाते थे. ऋषि दा के करियर को बनाने में प्रसिद्ध निर्देशक बिमल राय का भी बड़ा हाथ है. ऋषिकेश मुखर्जी (Hrishikesh Mukherjee) ने साल 1951 में फिल्म 'दो बीघा जमीन' में बिमल राय के सहायक के रूप में काम किया था. इसके बाद उन्होंने बिमल रॉय के साथ 6 साल तक काम किया था. जिसके बाद ऋषि दा ने 1957 में 'मुसाफिर' फिल्म से अपने निर्देशन के करियर की शुरूआत की.