सोनू सूद को भैंस खरीदने पर मिली कार खरीदने से भी ज्यादा खुशी, वजह है खास
अपनी फिल्मों में ज्यादातर विलेन की भूमिका निभाने वाले सोनू सूद (Sonu Sood) रियल लाइफ में किसी सुपरहीरो से कम नहीं हैं. हाल ही में सोनू सूद इतने खुश हुए हैं जितना वो अपनी पहली पहली कार खरीदने के वक्त भी नहीं हुए थे
नई दिल्ली:
कोरोना महामारी के बीच 'मसीहा' बनकर उभरे बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) लगातार किसी न किसी जरिए से लोगों की मदद कर रहे हैं. अपनी फिल्मों में ज्यादातर विलेन की भूमिका निभाने वाले सोनू सूद (Sonu Sood) रियल लाइफ में किसी सुपरहीरो से कम नहीं हैं. हाल ही में सोनू सूद इतने खुश हुए हैं जितना वो अपनी पहली पहली कार खरीदने के वक्त भी नहीं हुए थे. अब आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर सोनू सूद (Sonu Sood) ऐसा क्या किया. दरअसल, सोनू सूद (Sonu Sood) ने बिहार के एक किसान की मदद करते हुए उन्हें भैंस खरीदकर दी है.
सोनू सूद (Sonu Sood) ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैं अपनी पहली कार खरीदने पर भी इतना खुश नहीं था जितना आपके लिए भैंस खरीद कर हूं. जब मैं बिहार आऊंगा को भैंस का ताजा दूध पियूंगा' सोनू सूद ने बाढ़ में अपना बेटा और एक भैंस खो चुके भोला की मदद करते हुए उन्हें एक भैंस दी है.
यह भी पढ़ें: मल्लिका शेरावत बनीं 'जलेबी बाई', देखें ये जबरदस्त डांस Video
I was not as excited buying my first car as I was excited buying a new buffalo 🐃 for you.
— sonu sood (@SonuSood) August 21, 2020
Will drink a glass of fresh buffalo milk when I come to Bihar. ❤️ https://t.co/6I6azJZ3gZ
एक ट्वीटर यूजर ने सोनू सूद को टैग करते हुए लिखा, 'चंपारण के भोला ने बाढ़ में अपना बेटा और एक भैंस खो दी थी, ये भैंस उसकी कमाई का जरिया थी. एक बेटे को खोने का दर्द कोई नहीं दूर कर सकता. लेकिन सोनू सूद और नीति गोयल ने उन्हें भैंस दिलवाई ताकि वो अपना जीवन यापन और अपने बच्चों की देखभाल कर सकें.'
बता दें कि सोशल मीडिया पर सोनू सूद काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं और लोगों की समस्या का समाधान भी करते हैं. वहीं 30 जुलाई को अपने जन्मदिन के मौके पर देशभर के अलग अलग शहरों में मेडिकल कैंप्स लगवाए थे. इस निःशुल्क मेडिकल कैंप में लोगों ने अपना चैकअप करवाया.
यह भी पढ़ें: नया खुलासा- पोस्टमॉर्टम के बाद सुशांत के सीने पर हाथ रखकर रिया बोलीं 'सॉरी बाबू'
बता दें कि भारत में कोरोना काल के दौरान हुए लॉकडाउन में सड़क किनारे बदहवास हालत में अपने घरों को लौटते हजारों प्रवासी श्रमिकों को देखकर किसी ने दुख जताया तो किसी ने हमदर्दी, लेकिन सोनू सूद (Sonu Sood) ने इनके दर्द को महसूस किया और न सिर्फ इनके लिए दो वक्त के खाने का इंतजाम किया बल्कि इन्हें सैकड़ों मील दूर इनके घरों तक पहुंचाने का जिम्मा भी उठाया. इसके साथ ही अब सोनू सूद लोगों की उनकी प्रतिभा के आधार पर नौकरियां भी लगवा रहे हैं. इस कठिन समय में सोनू सूद ने लोगों की काफी मदद की है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें