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मकर संक्रांति पर जरूर सुनें भोजपुरी लोकगायिका चंदन तिवारी का ये खिचड़ी गीत

इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए चूड़ा, लाई, मूंगफली, बदामपट्टी, दाल पट्टी, तिलकुट, रेवड़ी आदि की जमकर खरीदारी होती है. मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2021) पर लोग पतंगबाजी भी करते हैं

Updated on: 14 Jan 2021, 11:27 AM

नई दिल्ली:

त्योहारों के देश भारत में लगभग हर महीने एक त्योहार मनाया जाता है. साल के शुरुआत के जनवरी महीने में लोहड़ी और मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार भी धूमधाम से मनाया जाता है. मकर संक्रांति का त्योहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है. इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए चूड़ा, लाई, मूंगफली, बदामपट्टी, दाल पट्टी, तिलकुट, रेवड़ी आदि की जमकर खरीदारी होती है. मकर संक्रांति पर लोग पतंगबाजी भी करते हैं. इस खास मौके पर हम आपके लिए लाए हैं लोकगायिका चंदन तिवारी (Chandan Tiwari) का विंध्यवासिनी देवी को समर्पित खिचड़ी गीत.

लोकगायिका चंदन तिवारी (Chandan Tiwari) का यह गीत सोशल मीडिया पर मकर संक्रांति के मौके पर काफी वायरल हो रहा है. खिचड़ी, दही चूड़ा , तिल संक्रांति की शुभकामनाओं से सजा ये गाना आज सभी की जुबां पर है.

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बता दें कि मकर संक्रांति से एक दिन पहले पंजाब और हरियाणा में लोहड़ी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर गुजरात में पतंगबाजी का बहुत क्रेज है. इस दिन गुजरात में बाहर से भी लोग आकर पतंगबाजी का आनंद लेते हैं. उत्तर भारत में इस पर्व के दिन खिचड़ी खाई और दान की जाती है. मकर संक्रांति के मौके पर सूर्य उत्‍तरायण हो जाता है और मकर राशि में प्रवेश करता है. मान्यता है कि मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन सूर्यदेव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं. मकर संक्रांति के बाद से ही ऋतु परिवर्तन होने लगता है.