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Amitabh Bachchan Photograph: (Amitabh Bachchan X)
Amitabh Bachchan Blog on Dussehra: देशभर में दशहरा की धूम देखने को मिल रही है. इस साल 2 अक्टूबर को पूरे देश में यह त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन को शक्ति और बुराई के अंत के प्रतीक के रूप में जाना जाता है. इसी कड़ी में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में फिल्मों की कहानी के अंत को असल जिंदगी से जुड़ा बताया है. उन्होंने कहा है कि बुराई चाहे कितनी भी ताकतवर क्यों न हो, अंत में जीत सच्चाई और अच्छाई की ही होती है.
बिग बी ने ब्लॉग में क्या कहा?
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने ब्लॉग में लिखा- 'भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि उसमें हमेशा निष्पक्ष अंत होता है. हमारी फिल्मों में 3 घंटे के अंदर कहानी का क्लाइमेक्स आता है और अच्छाई की जीत होती है. यही वजह है कि दर्शक फिल्म देखने के बाद इससे जुड़ाव महसूस करते हैं.' बिग बी ने अपने ब्लॉग में ये भी कहा- 'जुड़ाव महूसस करने की वजह से ही हर कोई असल जिंदगी में निष्पक्ष अंत चाहते हैं. बुराई चाहे कितनी क्यों ना ताकतवर हो, अंत में जीत सच्चाई की ही होती है. आखिर में हमेशा निष्पक्ष अंत होता है, यही हमारी सभी फिल्मों का सूत्र है.'
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मन को कैसे मिलती है शांति?
अमिताभ बच्चन ने ब्लॉग में आगे लिखा- 'जैसे-जैसे दशहरा पास आता है, जिंदगी का एक भावनात्मक क्लाइमेक्स भी हमारे सामने आता. ये त्योहार हमें याद दिलाता है कि बुरे समय या गलत रास्ते पर कितना भी क्यों ना चले जाए, लेकिन आखिर में धर्म और सद्गुण ही टिकते हैं. सिनेमा की ही तरह जिंदगी में भी संघर्ष होता है.' बिग बी ने इस दौरान बताया कि अगर मन को शांति तब मिलती है, जब हम उन चीजों को स्वीकार कर लेते हैं जिन्हें हम बदल नहीं सकते. बीग बी के वर्कफ्रंट की बात करें तो वो रामायण में जटायु के रोल और रिभु दासगुप्ता की फिल्म सेक्शन 84 में भी नजर आएंगे.
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