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Yogi Government 2.0 को मिला झटका भी, 10 मंत्री चुनावी समर में रहे खेत

कैशव प्रसाद सिराथु में समाजवादी पार्टी (SP) के बिछाए गए चक्रव्यूह को तोड़ने में सफल नहीं हो सके. डिप्टी सीएम मौर्य की हार योगी सरकार 2.0 के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है.

Updated on: 11 Mar 2022, 06:48 AM

highlights

  • सबसे बड़ा फेरबदल सिराथु में दिखा, जहां डिप्टी सीएम केशव प्रसाद हार गए
  • बलिया विधानसभा सीट पर सुरेंद्र सिंह के विद्रोह ने छीन ली भाजपा से जीत
  • योगी सरकार के ज्यादातर मंत्रियों को भारी पड़ गया सपा-रालौद गठबंधन

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) में 37 साल बाद बीजेपी (BJP) सत्ता में वापसी का रिकॉर्ड बनाने में सफल रही है. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) और सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) ब्रांड का मैजिक तमाम फैक्टर पर भारी पड़ा. यह अलग बात है कि इस ऐतिहासिक जीत में योगी सरकार में उप-मुख्यमंत्री कैशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) समेत 10 मंत्रियों को हार नसीब हुई है. कैशव प्रसाद सिराथु में समाजवादी पार्टी (SP) के बिछाए गए चक्रव्यूह को तोड़ने में सफल नहीं हो सके. डिप्टी सीएम मौर्य की हार योगी सरकार 2.0 के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. 

पल्लवी पटेल ने हराया मौर्य को
सपा की पल्लवी पटेल ने सिराथु सीट पर 7337 वोट से जीत दर्ज की है. पल्लवी पटेल को 105559 वोट मिले, जबकि योगी सरकार के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (98,727) को हार मिली है. पल्लवी पटेल अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. सपा के हाथों मिली हार के बाद केशव मौर्य ने ट्वीट में लिखा, ‘सिराथू विधानसभा क्षेत्र की जनता के फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं. एक एक कार्यकर्ता के परिश्रम के लिए आभारी हूं. जिन मतदाताओं ने वोट रूपी आशीर्वाद दिया उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं.

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रालौद-सपा गठबंधन पड़ गया भारी
मौर्य के अलावा राज्य सरकार के गन्ना मंत्री सुरेश राणा शामली जिले की थानाभवन सीट पर सपा समर्थित राष्ट्रीय लोकदल के अशरफ अली खान से 10 हजार से अधिक मतों से चुनाव हार गए. वहीं, बरेली जिले की बहेड़ी विधानसभा सीट से राज्यमंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार समाजवादी पार्टी के अताउर्रहमान से 3,355 मतों से पराजित हो गए. योगी सरकार में ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के राम सिंह से 22,051 मतों से पराजित हो गए. राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सीट पर सपा के अनिल कुमार से 20,876 मतों से पराजित हो गए.

कहीं भितरघात ने प्रशस्त की हार की राह
इसी तरह, राज्य मंत्री आनद स्वरूप शुक्ला को बलिया जिले की बैरिया सीट पर समाजवादी पार्टी के जयप्रकाश अंचल ने 12,951 मतों से पराजित कर दिया. आनन्द स्वरूप पिछली बार बलिया सीट से जीते थे, लेकिन उन्हें मौजूदा विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट काटकर बैरिया भेज दिया गया और उनकी जगह पार्टी ने दयाशंकर सिंह को उम्मीदवार बना दिया. टिकट कटने पर सुरेंद्र सिंह भाजपा से विद्रोह कर विकासशील इंसान पार्टी से चुनाव मैदान में आ गए और भाजपा को बैरिया सीट गंवानी पड़ी. बलिया जिले की ही फेफना सीट पर खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार संग्राम सिंह से 19,354 मतों से पराजित हो गए.

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ये मंत्री भी रहे खेत
समाजवादी पार्टी की उषा मौर्या ने फतेहपुर जिले की हुसैनगंज सीट पर भाजपा उम्मीदवार और राज्य सरकार के मंत्री रणवेन्द्र सिंह धुन्नी को 25,181 मतों से पराजित कर दिया. औरैया जिले की दिबियापुर सीट पर राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत समाजवादी पार्टी के प्रदीप कुमार यादव से मात्र 473 मतों के अंतर से पराजित हो गए. विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार माता प्रसाद पांडेय ने सिद्धार्थनगर जिले की इटवा सीट पर बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी को 1,662 मतों से हराया.