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उत्तराखंड में धामी को नई सीट का ऑफर, नए सीएम के लिए अजय भट्ट भी दौड़ में

उत्तराखंड में भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि अगले मुख्यमंत्री की तलाश शुरू हो गई है और धामी की हार के बाद कई नामों का दौर चल रहा है.

Updated on: 11 Mar 2022, 07:54 AM

highlights

  • उधमसिंह नगर से लोकसभा सदस्य भट्ट भाजपा के हैं वरिष्ठ नेता
  • रमेश पोखरियाल निशंक और अनिल बलूनी का नाम भी चर्चा में
  • विधायक कैलाश गहतोड़ी अपनी सीट धामी के लिए छोड़ने को राजी

देहरादून:

उत्तराखंड (Uttrakhand) के मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के खटीमा से विधानसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा (BJP) नेतृत्व ने पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखते हुए इस पहाड़ी राज्य के लिए उपयुक्त मुख्यमंत्री उम्मीदवार की तलाश शुरू कर दी है. उत्तराखंड के राजनीतिक हलकों में कई नामों की चर्चा हो रही है, जिनमें केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट (Ajay Bhatt) इस प्रतिष्ठित पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं. नैनीताल-उधमसिंह नगर से लोकसभा सदस्य भट्ट भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, जो उत्तराखंड के गठन से पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य थे. खटीमा विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा मुख्यमंत्री धामी कांग्रेस के भुवन चंद कापड़ी से हार गए. कापड़ी को जहां 44,479 वोट मिले, वहीं धामी को 37,425 वोट मिले. हालांकि चुनाव हार चुके सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट छोड़ने को तैयार हैं.

पिछले साल बनाए गए रक्षा राज्यमंत्री
वह दो बार उत्तराखंड विधानसभा के लिए चुने गए. 2002 और 2012 में और 2019 में लोकसभा के सदस्य बने. पिछले साल जुलाई में उन्हें रक्षा राज्यमंत्री बनाया गया था. उत्तराखंड में भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि अगले मुख्यमंत्री की तलाश शुरू हो गई है और धामी की हार के बाद कई नामों का दौर चल रहा है. उन्होंने कहा, 'उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री का फैसला पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा किया जाएगा और कुछ नेताओं के नामों की चर्चा शुरू हो गई है. अभी भट्ट दौड़ में आगे चल रहे हैं.'

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निशंक और बलूनी भी दौड़ में
पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी के नाम भी पार्टी हलकों में चर्चा में हैं. हालांकि बलूनी की निशंक पर बढ़त है, जिन्हें पिछले साल नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था. पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, 'पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को फैसला करना है कि मुख्यमंत्री बाहर से होगा या विधायकों में से. अगर नेतृत्व गैर-विधायक को नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करता है, तो भट्ट और बलूनी संभावित विकल्प हैं.' विधायकों में पिछली उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों सतपाल सिंह महाराज और धन सिंह रावत के नाम भी चर्चा में हैं.

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सतपाल महाराज इसलिए रेस में हैं पीछे
भाजपा के एक सूत्र ने कहा, 'सतपाल महाराज का कांग्रेस के साथ पुराना जुड़ाव उनके मामले को कमजोर कर सकता है. पार्टी जब भी किसी एक नाम का चयन करती है, तब रावत हमेशा सीएम पद के संभावित उम्मीदवार होते हैं.' हालांकि पार्टी के नेता किसी 'सरप्राइज' की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं. पार्टी के एक नेता ने कहा, 'इस बात की संभावना हमेशा बनी रहती है कि केंद्रीय नेतृत्व राजनीतिक दिग्गजों के बजाय किसी और को मुख्यमंत्री बनाकर आश्चर्यचकित कर सकता है, जिनके नाम चर्चा में हैं.'