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NCERT ने बड़ा फैसला किया है. NCERT ने अपनी कई अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकों का नाम हिंदी (हिंग्लिश) में लिख दिया है. खास बात है कि इंग्लिश सब्जेक्ट की बुक्स को भी NCERT ने हिंदी में कर दिया है. इससे भाषा विवाद को फिर से हवा मिल गई है. NCERT के इस फैसले से वर्षों से चली आ रही परंपरा को तोड़ दिया है.
@ncert changed names of English books into Hindi. Look... pic.twitter.com/KZCEnUeqcm
— Jalaj Kumar Mishra (@_jalajmishra) April 15, 2025
उदाहण के लिए देखा जाए तो क्लास सिक्स की इंग्लिश बुक को पहले हनीसल कहा जाता था, अब NCERT ने इसे पूर्वी नाम दे दिया है. पूर्वी एक हिंदी शब्द है. इसके दो मतलब होते हैं, पहला– पूर्व दिशा और दूसरा- शास्त्रीय संगीत के एक राग का नाम. इसी प्रकार क्लास फर्स्ट और सेकंड की कोर्स बुक का नाम मृदंग और संतूर रखा गया है. दोनों भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों के नाम हैं. एक और उदाहरण देखें तो NCERT पहले क्लास सिक्स की गणित को इंग्लिश में मैथेमेटिक्स, हिंदी में गणित और ऊर्दू में रियाजी लिखता था पर अब NCERT ने अंग्रेजी और हिंदी में गणित लिखा है. बता दें, NCERT के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने नाम बदलने के कारण को स्पष्ट नहीं किया है.
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NCERT नए सिरे से जारी कर रहा है किताबें
NCERT ने एनईपी-2020 के तहत 2023 से नई कोर्सबुक जारी करना शुरू कर दिया है. क्लास पहली और दूसरी की किताबें सबसे पहले पब्लिश की गईं. इसके बाद NCERT ने 2024 में क्लास थर्ड और सिक्स्थ की किताबें जारी कीं. अब NCERT ने क्लास फोर्थ, फिफ्थ, सेवंथ और एर्थ की नई किताबें जारी कर रही हैं.
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बता दें, तमिलनाडु सरकार राजकीय स्कूलों में केंद्र की तीन भाषा नीति लागू करने का विरोध कर रहे हैं. गैर हिंदी भाषी राज्यों में इससे हिंदी भाषा को बढ़ावा मिलेगा.
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