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मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को मिला वर्ल्ड बैंक का बूस्टर, अब आएंगे अच्छे दिन?

आर्थिक मोर्चे पर विपक्ष के सवालों का सामना कर रही मोदी सरकार के लिए यह रिपोर्ट ज़रुर कुछ राहत देती है। पहली बार भारत दुनिया के 190 देशों की ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस लिस्ट में 100वें स्थान पर आया है।

Updated on: 31 Oct 2017, 11:29 PM

highlights

  • पीएम मोदी ने वर्ल्ड बैंक की 'ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस' रिपोर्ट पर जताई खुशी
  • भारत दुनिया में कारोबार के लिए बेहतर देशों की लिस्ट में 100वें स्थान पर 
  • आर्थिक मोर्चे के लिहाज से भारत सरकार के लिए बड़ी राहत की ख़बर

 

नई दिल्ली:

नोटबंदी, जीएसटी और बेरोजगारी के लिए विपक्ष के तीखे वारों को झेल रही मोदी सरकार के लिए वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट राहत पहुंचाने वाली है। वर्ल्ड बैंक की 'ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस' रिपोर्ट में भारत को 100वें स्थान हासिल हुआ है। 

आर्थिक मोर्चे पर विपक्ष के सवालों का सामना कर रही मोदी सरकार के लिए यह रिपोर्ट हौसले बुलंद करने वाली है। पहली बार भारत दुनिया के 190 देशों की ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस लिस्ट में 100वें स्थान पर आया है।

इससे पहले बीते साल भारत का स्थान इसी लिस्ट में 130 था जबकि 2014 में भारत 142वें स्थान पर था।

ऐसे वक्त में जब 8 दिन बाद मोदी सरकार के एक अहम सुधार नोटबंदी को एक साल पूरे होने वाले हैं और सरकार जश्न तो विपक्ष विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। तब आर्थिक मोर्चे के लिहाज़ से वर्ल्ड बैंक की यह रिपोर्ट महत्वपूर्ण होने के साथ ही सरकार के लिए बूस्टर भी है। 

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प्रधानमंत्री ने वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट पर जताई खुशी

रिपोर्ट के आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कई ट्वीट्स के ज़रिए खुशी प्रकट की है। पीएम मोदी ने कहा, 'ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रेंकिंग में ऐतिहासिक बढ़त टीम इंडिया के चौतरफा और कई क्षेत्रीय सुधारों का नतीजा है।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'भारत में व्यापार करना कभी आसान नहीं रहा है। भारत दुनिया को आर्थिक अवसरों का पता लगाने के लिए भारत आने का स्वागत करता है, जो हमारे राष्ट्र को प्रदान करना है!'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण' के मंत्र की मार्गदर्शिका के अनुसार, हम अपनी रैंकिंग में और सुधार के लिए और अधिक आर्थिक वृद्धि को पाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।' 

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सरकार के आर्थिक सुधार पर विपक्ष का घेराव

8 नवंबर की आधी रात को मोदी सरकार ने नोटबंदी का ऐलान कर एक कालाधन, भ्रष्टाचार से निपटने का बिगुल बजाया था। इसके बाद 1 जुलाई 2017 को पूरे देश में महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष कर सुधार जीएसटी लागू किया था।

इन दोनों ही कदमों का विपक्ष ने जोर-शोर से विरोध किया और जानकारों समेत सभी ने आर्थिक दर घटने की आंशका व्यक्त की। इसके बाद लगातार तिमाही दर तिमाही आर्थिक विकास दर में सरकार को कटघरे में ला दिया और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विकास दर बीते तीन सालों के निम्नतम स्तर 5.7 फीसदी पर आ गई।

हालांकि इस रिपोर्ट की मानें तो दुनिया को मोदी सरकार के नीतिगत फैसलों पर भरोसा है और सरकार सही दिशा में काम कर रही है। 

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वर्ल्ड बैंक ने जताई भविष्य के लिए उम्मीद

वर्ल्ड बैंक वाइस प्रेज़ीडेंट साउथ एशिया एनेट डीक्सन ने उम्मीद जताई कि भारत भविष्य में और बेहतर काम करेगा। उन्होंने कहा, 'अगर हम नेतृत्व और तालमेल को देखें तो हमें उम्मीद है कि भारत आगे भी आने वाले सालों में बेहतर प्रदर्शन करेगा।'

इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद शेयर बाज़ार समेत भारत के कारोबारी माहौल में सकारात्मकता दिखेगी और निवेशकों का भरोसा मज़बूत होगा।

आने वाले दिनों में विदेशी निवेश में भी इज़ाफा दिखने को मिल सकता है और मंगलवार को शेयर बाज़ार की चाल में छाई सुस्ती बुधवार को हवा हो सकती है।

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