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मनमोहन सिंह का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- हमारी नीतियों पर सवाल खड़े करने वाले गलत साबित हुए

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्वीकरण जारी रहेगा और 25 साल देश की नई नीतियों को लेकर संदेह करने वाले गलत साबित हुए हैं।

Updated on: 23 Sep 2017, 10:12 PM

नई दिल्ली:

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वैश्वीकरण की तारीफ करते हुए कांग्रेस शासन काल में लागू की गई नीतियों की तारीफ की है। पूर्व पीएम ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस लीडरशिप समिट-2017 के 15वें सत्र में शुक्रवार शाम को यह बात कही।

पूर्व प्रधानमंत्री ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वैश्वीकरण जारी रहेगा और 25 साल देश की नई नीतियों को लेकर संदेह करने वाले गलत साबित हुए हैं।

उन्होंने कहा, 'यह गर्व की बात है कि आर्थिक नीतियों का जोर और उसकी दिशा पिछले 25 साल से बरकरार है।'. सिंह को 1990 के दशक की शुरुआत में किए गये आर्थिक सुधारों का सूत्रधार माना जाता है।

सिंह ने कहा, 'बेशक कई चुनौतियां हैं। खासकर स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में। आय एवं संपत्ति में असमानता को पाटने के लिए व्यावहारिक उपाय किए जाने की भी जरूरत है।'

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उन्होंने कहा, 'आप सभी को पता है कि 1991 में हमने अर्थव्यवस्था के प्रबंधन के लिए नया रुख अपनाया। इसमें घरेलू और बाह्य अर्थव्यवस्था दोनों में प्रगतिशील उदारीकरण शामिल है। इस दौरान जीडीपी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और साथ ही गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वालों के अनुपात में भी कमी आई।'

मनमोहन ने कहा, 'लोकतांत्रिक देश के रूप में हमें विभिन्न कारणों से आंतरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन लोकतंत्र में ही परिपक्वता के साथ इस प्रकार की स्थिति से निपटने की क्षमता होती है और यह इसका एक बड़ा लाभ है। तानाशाही रुख से लोगों की वास्तविक समस्याओं का हल नहीं हो सकता।'

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एक सवाल के जवाब में उनका कहना था, 'मुझे लगता है कि वैश्वीकरण जारी रहेगा। देश में काफी अवसर हैं, लेकिन आंतरिक चुनौतियां बनी हुईं हैं। टिकाऊ और प्रतिस्पर्धी उपक्रमों के लिए देश में अब एक बड़ा बाजार है।'

पूर्व पीएम ने युवा स्नातकों से अपने जीवन और संबंधित उपक्रमों के प्रबंधन में लोकतांत्रिक मूल्यों को अपनाने को कहा।

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