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दिल्ली: नौकरानी ने बेटे संग मिलकर की बुज़ुर्ग दंपत्ती की हत्या, 10 लाख कैश के साथ ज्वैलरी उड़ाई

पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि घर का दरवाज़ा अंदर से बंद था और बुज़ुर्ग दंपत्ती का फोन स्विच ऑफ था. फ्लैट का ताला तोड़कर जब पुलिस घर मे दाखिल हुई तो सड़ी हुई हालत में दो शव एक कमरे में फर्श पर मिले.

Updated on: 28 Jan 2019, 07:53 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली की पॉश कैलाश कॉलोनी के अपार्टमेंट में बुज़ुर्ग दंपत्ती की मौत की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. घर मे मालिश के लिए आने वाली नौकरानी और उसके बेटे ने लूट के इरादे से हत्या की साज़िश रची थी. नौकरानी और उसका बेटा पुलिस की गिरफ्त में हैं. दरअसल 26 जनवरी को सुबह 10.30 बजे पुलिस को कॉल मिली कि कैलाश कॉलोनी के माउंट कैलाश अपार्टमेंट के मकान नम्बर 349 में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपति से काफी समय से सम्पर्क नहीं हो पाया है. उनसे आखिरी बात 16 जनवरी को हुई थी.

पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि घर का दरवाज़ा अंदर से बंद था और बुज़ुर्ग दंपत्ती का फोन स्विच ऑफ था. फ्लैट का ताला तोड़कर जब पुलिस घर मे दाखिल हुई तो सड़ी हुई हालत में दो शव एक कमरे में फर्श पर मिले. घर मे जबरन एंट्री के भी कोई निशान नहीं मिले हैं. शवों की पहचान धीरेंद्र खनेजा (77 साल) और उनकी पत्नी सरला खनेजा (72 साल) के रूप में हुई.

पड़ोसियों से मिली जानकारी के मुताबिक धीरेंद्र खनेजा और उनकी पत्नी 349 नम्बर मकान में अकेले रहते थे. उनके 2 बेटे थे जिनमें एक बेटा जो डॉक्टर है अमेरिका में रहता है जबकि दूसरे बेटे की करीब डेढ़ साल पहले मौत हो गयी थी.

पुलिस के मुताबिक दोनों शव सड़ी हुई हालत में पड़े थे. जिससे ये लग रहा था कि मौत कई दिन पहले ही हो चुकी थी. शव के हाथ पांव बंधे थे और घर की स्थिति को देख कर लग रहा कि वारदात को अंजाम देने वाला कोई पहचान का व्यक्ति हो सकता है, जिसकी आसानी से घर मे एंट्री हुई हो. लिहाजा पुलिस इसी थ्योरी पर काम करना शरू किया. सभी पड़ोसियों और घर मे आने वाली मेड से पूछताछ की गई लेकिन पुलिस को कोई खास सुराग नही मिला. अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरा की फुटेज को खंगाला गया जिसमें एक लड़का घर के बाहर नज़र आया. यहीं से पुलिस ने तफ़्तीश आगे बढ़ाई.

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जांच में पुलिस को पता चला कि सीसीटीवी में दिख रहा लड़का दरअसल बुज़ुर्ग दंपत्ती के यहाँ मालिश करने आने वाली महिला सलमा का बेटा है. फिर पुलिस ने सलमा और उसके बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या का सच सामने आ गया.

आरोपी ने बताया कि उसने और उसकी माँ ने इस हत्या की साज़िश रची थी. सलमा वीरेंदर खनेजा के घर मे तकरीबन 8 साल से काम कर रही थी. उसे पता था कि घर मे काफी पैसे पड़े है. 18 जनवरी को वो दंपति के घर मालिश करने पहुँची इस दौरान उसने चुपके से दरवाजा खोल कर अपने बेटे को घर मे दाखिल कराया और उसका बेटा घर मे ही छुप गया. सलमा अपना काम खत्म करके चली गयी. आरोपी घर मे ही छुपकर इंतज़ार करता रहा. वीरेंदर खनेजा जब सैर पर निकले तो सरला खनेजा को अकेला पाकर उसने ज्वेलरी और कैश के बारे में पूछा. उसने सरला के हाथ पैर बांध दिए. चाभी नही मिलने पर उसने सरला की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद आरोपी घर मे ही छुपा रहा. उसी शाम यानी 18 जनवरी को वीरेंद्रर खनेजा घर वापस लौटे तो पहचान ज़ाहिर होने के डर से उसने उनकी भी हत्या कर दी.

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पुलिस के मुताबिक दोनों की हत्या करने के बाद आरोपी घर मे ही रुका रहा. उसे डर था कि शाम के समय बाहर निकलने पर वो लोगो की नज़र में आ जाएगा. रात में उसने घर में फ्रिज के अंदर रखा खाना और फल खाए. टीवी देखा घर मे रखा कैश और ज्वेलरी लिया और पूरी रात घर के अंदर ही रहा.

19 जनवरी की सुबह लगभग 11 बजे वो घर से बाहर निकल गया. पुलिस ने आरोपी के पास से करीब 9 लाख रुपए कैश ओर ज्वैलरी बरामद कर ली है. पुलिस ने हत्या की गुत्थी को तो सुलझा लिया है लेकिन इस घटना ने राजधानी में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.