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गला दबाने से न हुई मौत तो घोंपा चाकू, आगरा में महिला डॉक्टर की हत्या पर सनसनीखेज खुलासा

आगरा में महिला डॉक्टर की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. लापता हुई एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद मामले में पुलिस के हाथ हत्यारोपी तक भी पहुंच गए और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

Updated on: 20 Aug 2020, 01:27 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा में महिला डॉक्टर की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. लापता हुई एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद मामले में पुलिस के हाथ हत्यारोपी तक भी पहुंच गए और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध कबूर कर लिया है. आरोपी की पहचान विवेक तिवारी के रूप में हुई है, जो पेशे से डॉक्टर हैं. उसे उत्तर प्रदेश के जालौन से गिरफ्तार किया गया था.

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आरोपी विवेक तिवारी ने बताया कि वह जालौन से योगिता गौतम से मिलने आया था. वह और योगिता पिछले सात साल से रिलेशनशिप में थे. आरोपी ने अपना अपराध कबूल करते हुए कहा कि जब योगिता उसकी कार में बैठी थी तो उनके बीच किसी बात पर बहस हो गई थी. इसी दौरान उसने गुस्से में योगिता का गला घोंट दिया. तब विवेक को एहसास हुआ कि वह अभी भी जिंदा होगी, इसलिए उसने योगिता के सिर पर चाकू से वार किया.

विवेक तिवारी के अनुसार, हत्या के बाद उसने एक एकांत स्थान पर शव को ले जाकर फेंक दिया और उसे लकड़ियों से ढक दिया. पुलिस ने बुधवार को आगरा में एस एन मेडिकल कॉलेज में काम करने वाली योगिता गौतम का शव बरामद किया था. डॉक्टर के परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. शव बमरौली कटारा के पास राजमार्ग के किनारे बरामद किया गया था.

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मृतका के भाई मोहिंदर कुमार गौतम ने एम. एम. गेट पुलिस स्टेशन में विवेक तिवारी के खिलाफ उसकी बहन का अपहरण करने के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई थी. एसओजी जालौन की एक टीम तिवारी को गिरफ्तार कर आगे की जांच के लिए आगरा लेकर आई है. तिवारी पीड़िता से एक साल सीनियर था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित का सिर किसी भारी वस्तु से क्षतिग्रस्त किया गया था और हत्या के स्थल पर पीड़िता के स्पोर्ट्स जूते पड़े थे. पुलिस ने कहा कि शुरुआती पूछताछ के दौरान, वह अपने बयानों को बदलता रहा, लेकिन बाद में अपराध कबूल कर लिया.