logo-image

यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा मनसे नेता की हत्या का आरोपी, 4 महीने बाद आया पकड़ में

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ) ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता जमील अहमद की हत्या के मामले में एक शार्पशूटर इरफान सोनू को गिरफ्तार कर लिया है.

Updated on: 04 Apr 2021, 04:17 PM

highlights

  • मनसे नेता की हत्या का आरोपी गिरफ्तार
  • लखनऊ से यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया
  • 4 महीने बाद पकड़ में आया हत्या का आरोपी

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ) ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता जमील अहमद की हत्या (Murder) के मामले में एक शार्पशूटर इरफान सोनू को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है. मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले इरफान को शनिवार को लखनऊ के गोमती नगर में कठौता झेल के पास से गिरफ्तार किया गया. पिछले साल 23 नवंबर को महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे जिले में जमील अहमद की हत्या कर दी गई थी. अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), अमिताभ यश ने कहा कि इरफान ने कबूल किया है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कॉरपोरेटर नजीबुल्लाह ने उन्हें जमील को खत्म करने के लिए काम पर रखा था.

यह भी पढ़ें: प्रेमिका ने कर ली खुदकुशी तो दुखी प्रेमी ने जेल के अंदर लगाई फांसी

एसटीएफ एडीजी ने कहा, 'हम अभी भी हत्या में शामिल अन्य लोगों का पता लगा रहे हैं. इरफान को ठाणे पुलिस की एक अपराध शाखा टीम को सौंप दिया गया है.' नवंबर 2020 की घटनाओं के क्रम को बताते हुए, इंस्पेक्टर, एसटीएफ, सत्य प्रकाश ने कहा, 'घटना के दिन, इरफान और अन्य आरोपी ओसामा ठाणे के राबोडी इलाके में एक मस्जिद में पहुंचे. जैसे ही जमील मस्जिद से बाहर आए और अपनी मोटरसाइकिल से जाने लगे तो ओसामा और इरफान ने उनका पीछा किया. थोड़ी देर बाद, बाइक के पीछे बैठे इरफान ने जमील को गोली मार दी.'

देखें : न्यूज नेशन LIVE TV

सत्यप्रकाश ने कहा, 'सीसीटीवी फुटेज की मदद से ठाणे पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त मोटरसाइकिल की पहचान की और उसके मालिक शाहिद को गिरफ्तार कर लिया. हत्या करने के बाद इरफान गोरखपुर और यूपी के अन्य हिस्सों और नेपाल में भी रहा. उसे तब पकड़ा गया, जब वह अपने एक सहयोगी से पैसे लेकर लखनऊ से बाहर भागने की फिराक में था.'

यह भी पढ़ें: पति को सजा देने के लिए मां ने की 3 साल के मासूम की हत्या की

पूछताछ के दौरान इरफान ने कहा कि उसने जमील को गोली मारने के लिए एक देसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया था और अपराध करने के बाद अपने सहयोगी को हथियार दिया था. एसटीएफ के अनुसार, जमील एक आरटीआई कार्यकर्ता था और उसने नजीबुल्लाह के खिलाफ ठाणे में एक संपत्ति के संबंध में कुछ मामले दर्ज किए थे.