Unique Cricket Story: इंग्लैंड के साथ खेले जा रहे लॉर्ड्स टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने आकाशदीप को बतौर नाइटवॉचमैन मैदान पर भेजा. मगर, आकाशदीप अपना विकेट बचाकर नहीं रख पाए और आउट हो गए. अब जब नाइटवॉचमैन का जिक्र हुआ है, तो आइए आपको कपिल देव से जुड़े उस किस्से के बारे में बताते हैं, जब उन्हें उनके कप्तान बिशन सिंह बेदी ने नाइटवॉचमैन बनाकर मैदान पर भेजा था.
कपिल देव ने सुनाया था किस्सा?
पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने नाइटवॉचमैन वाले अनुभव के बारे में बताया था. जब वह टीम इंडिया में नए-नए आए थे, तब उन्हें उनके कप्तान बिशन सिंह बेदी ने एक बार नाइटवॉचमैन बनाकर मैदान पर भेजा था. वो मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ गया था. कपिल ने अपने उस अनुभव को याद करते हुए इंटरव्यू में बताया था कि, उन्हें नाइट वॉचमैन के रूप में भेजा गया, लेकिन उन्होंने कुछ गेंदों में ही 22 रन बना दिए, जिससे बेदी नाराज हो गए. जबकि कपिल को लगा था कि कप्तान तो खुश होंगे, मगर उल्टा उन्हें डांट पड़ गई.
बेदी ने कपिल देव को डांटते हुए कहा कि उन्हें नाइट वॉचमैन का मतलब नहीं पता और अब वह कभी भी नाइट वॉचमैन नहीं बनेंगे.
नाइटवॉचमैन का क्या काम होता है?
टेस्ट क्रिकेट में 'नाइटवॉचमैन' अहम किरदार होता है, जिसका इस्तेमाल बल्लेबाजी टीम करती है. नाइटवॉचमैन एक पुछल्ला बल्लेबाज होता है जिसे दिन के खेल के अंत में बल्लेबाजी करने के लिए भेजा जाता है, खासकर जब टीम कमजोर स्थिति में हो, जिसका मुख्य उद्देश्य, दिन का खेल समाप्त होने तक अधिक विकेटों के नुकसान को रोकना है, और अगले दिन के खेल के लिए अधिक सक्षम बल्लेबाजों को बचाना है.
हालांकि, लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन नाइटवॉचमैन बनकर मैदान पर उतरे आकाशदीप अपना विकेट गंवा बैठे. उन्होंने 11 गेंदों का सामना किया था, जिसमें सिर्फ 1 रन बनाकर वह बेन स्टोक्स की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट आए थे.
ये भी पढ़ें: IND vs ENG: टेस्ट क्रिकेट में क्या होता है नाइटवॉचमैन? जिसका इस्तेमाल कर फंसी टीम इंडिया
ये भी पढ़ें: हमेशा टीम इंडिया की कमी गिनाने वाला इंग्लिश दिग्गज भी हुआ सिराज का फैन, कहा-'उसका टीम में होना बेहतरीन है'