logo-image

Sovereign Gold Bond Scheme: आज से सस्ते में सोना खरीदने का सुनहरा मौका, जानिए कैसे उठा सकते हैं फायदा

Sovereign Gold Bond Scheme 2020-21-Series VII-सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड योजना 2020-21 की श्रृंखला- सात अभिदान के लिए 12 अक्टूबर 2020 से 16 अक्टूबर 2020 तक खुली रहेगी.

Updated on: 12 Oct 2020, 08:02 AM

मुंबई :

Sovereign Gold Bond Scheme 2020-21-Series VII: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India-RBI) ने एक बयान में कहा है कि स्वर्ण बॉन्ड (RBI Gold Bond) का निर्गम मूल्य 5,051 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड योजना 2020-21 की श्रृंखला- सात (Gold Bond Scheme 2020-21-Series 7) अभिदान के लिए 12 अक्टूबर 2020 से 16 अक्टूबर 2020 तक खुली रहेगी. 

यह भी पढ़ें: हीरो मोटोकॉर्प ने शुरू किया 27गुणा7 रोड-साइड-असिस्टेन्स प्रोग्राम

ऑनलाइन खरीदारी पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट
आरबीआई ने एक बयान में कहा कि बॉन्ड का मूल्य अभिदान अवधि से पिछले सप्ताह के आखिरी तीन कारोबारी दिनों में 999 शुद्धता वाले सोने के औसत बंद भाव के आधार पर... 5,051 रुपये प्रति ग्राम है. बयान में आगे कहा गया कि सरकार ने आरबीआई के परामर्श से ऑनलाइन आवेदन करने और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट देने का फैसला किया है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि ऐसे निवेशकों के लिए स्वर्ण बॉन्ड की कीमत 5,001 रुपये प्रति ग्राम होगी. सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड योजना (एसजीबी) की 2020-21 श्रृंखला की आठवीं कड़ी नौ नवंबर से 13 नवंबर तक अभिदान के लिए खुलेगी.

यह भी पढ़ें: अगर आप स्मोकर हैं तो आपके टर्म इश्योरेंस प्रीमियम पर होगा ये बड़ा असर

आरबीआई भारत सरकार की ओर से सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड 2020-21 जारी कर रहा है. स्वर्ण बॉन्ड एक ग्राम सोना के गुणक में लिया जा सकता है. इसकी अवधि आठ वर्ष है और पांच साल के बाद इसमें बाहर निकलने का विकल्प भी है. गोल्ड बॉन्ड में न्यूनतम एक ग्राम सोना का निवेश किया जा सकता है और आम आदमी के लिए अधिकतम निवेश की सीमा चार किलोग्राम है, जबकि हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) के लिए चार किलोग्राम और ट्रस्ट के लिए यह सीमा 20 किलोग्राम है.

यह भी पढ़ें: मोदी सरकार ने प्याज एक्सपोर्ट को लेकर किया ये बड़ा फैसला, एक्सपोर्टर को पूरी करनी होंगी ये शर्तें

यहां से कर सकते हैं गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी
गोल्ड बॉन्ड की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Stock Holding Corporation of India-SHCIL), चुनिंदा पोस्ट ऑफिस (Post Office), बैंकों, NSE और BSE के जरिए की जाती है. निवेशक इनमें से किसी भी एक जगह से गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी कर सकते हैं. गौरतलब है कि इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) की ओर से पिछले 3 दिन 999 प्योरिटी वाले सोने के दाम के आधार पर गोल्ड बॉन्ड की कीमत तय होती है.

यह भी पढ़ें: RBI Policy: चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में जीडीपी में पॉजिटिव ग्रोथ का अनुमान

न्यूनतम 1 ग्राम तक खरीद सकते हैं सोना
सरकार ने सोने की मांग को कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से को वित्तीय बचत में बदलने के उद्देश्य से सरकारी स्वर्ण बांड योजना की शुरुआत नवंबर 2015 में की थी. गोल्ड बॉन्ड में वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) में प्रति व्यक्ति न्यूनतम निवेश एक ग्राम है, जबकि अधिकतम सीमा 500 ग्राम है. व्यक्तिगत और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम और ट्रस्टों और संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम रखी गई है.

गोल्ड बॉन्ड खरीदने के फायदे
गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलेगा. निवेशकों को कम से कम 1 ग्राम का बॉन्ड खरीदने की भी सुविधा मिलती है. निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड के बदले लोन लेने की भी सुविधा है. पूंजी और ब्याज दोनों की सरकारी (सॉवरेन) गारंटी मिलती है. इंडिविजुअल को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा. कर्ज लेने के लिए गोल्ड बॉन्ड का इस्तेमाल कोलेट्रल के रूप में किया जा सकता है. इसके अलावा गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर टीडीएस (TDS) भी नहीं कटता है.