कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आज फिर एक वीडियो जारी किया है. इस बार उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के ऊपर कोरोना वायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) को लेकर तीखा हमला बोला है. वीडियो में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के द्वारा अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ है. उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने 21 दिन में कोरोना वायरस को खत्म करने का वादा किया था लेकिन करोड़ों रोजगार और छोटे उद्योग खत्म कर दिए गए.
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असंगठित क्षेत्र के रीड़ की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने वीडियो में कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोरोना वायरस से 21 दिन की लड़ाई है लेकिन असंगठित क्षेत्र के रीड़ की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई. वीडियो में इस बात का जिक्र भी है कि लॉकडाउन की वजह से 20 से 30 साल की आयु के 2.7 करोड़ युवा बेरोजगार हो गए हैं.
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उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद जब खोलने का समय आया तो कांग्रेस ने एक बार नहीं कई बार सरकार से कहा कि गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी और न्याय योजना जैसी योजना लागू करनी पड़ेगी. गरीबों के बैंक अकाउंट में पैसा सीधे डालना पड़ेगा लेकिन सरकार ने नहीं किया. हमने कहा कि एमएसएमई सेक्टर के लिए एक राहत पैकेज तैयार करने की मांग की.
सरकार ने सबसे अमीर 15-20 लोगों का लाखों करोड़ रुपये का टैक्स माफ किया: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा समय में एमएसएमई सेक्टर को बचाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बगैर सरकारी मदद के पैसे के यह सेक्टर नहीं बच पाएगा, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया उल्टा सरकार ने सबसे अमीर 15-20 लोगों का लाखों करोड़ रुपये का टैक्स माफ कर दिया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन कोरोना के ऊपर आक्रमण नहीं था बल्कि लॉकडाउन हिंदुस्तान के करोड़ों गरीबों के ऊपर आक्रमण था. हमारे युवायों के भविष्य पर आक्रमण था. लॉकडाउन मजदूर, किसान और छोटे व्यापारियों के ऊपर आक्रमण था.
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उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था. उन्होंने देशवासियों से इस आक्रमण के खिलाफ खड़े होने की अपील की है. बता दें कि कांग्रेस ने मोदी सरकार के ऊपर आरोप लगाया है कि बड़े उद्योगपतियों को 1.45 लाख करोड़ रुपये की टैक्स छूट दी है. कांग्रेस ने एमएसएमई सेक्टर के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की थी.