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Indian Economy 2021( Photo Credit : newsnation)
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Indian Economy 2021( Photo Credit : newsnation)
Indian Economy 2021: कोरोना वायरस महामारी की वजह से साल 2020 में भारत के साथ-साथ दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट का दौर देखा गया. हालांकि जानकार अनुमान लगा रहे हैं कि 2021 में भारत के साथ-साथ ग्लोबल इकोनॉमी में भी सकारात्मक रुख देखने को मिलेगा. आज की इस रिपोर्ट हम 2021 में घरेलू अर्थव्यवस्था पर किस तरह का प्रभाव दिखाई पड़ेगा उसको समझने की कोशिश करेंगे.
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वित्त वर्ष 2021-22 में 9.6 फीसदी की दर से बढ़ सकती है घरेलू अर्थव्यवस्था
वित्त वर्ष 2021-22 में देश की अर्थव्यवस्था के 9.6 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया जा रहा है, लेकिन वास्तविक आधार पर गणना करने पर देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर मात्र एक प्रतिशत ही रहने की संभावना है. रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स की रिपोर्ट के मुताबिक 2021-22 में देश की जीडीपी वास्तविक आधार पर 147.17 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के हिसाब से 2011-12 के मूल्य पर 2019-20 में देश की अर्थव्यवस्था का आकार 145.66 लाख करोड़ रुपये था. वास्तविक आधार पर अर्थव्यवस्था की गणना में मुद्रास्फीति के प्रभाव को भी जोड़ा जाता है. रेटिंग एजेंसी के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था के 7.8 प्रतिशत घटकर 134.33 लाख करोड़ रुपये रह जाने की संभावना है, जबकि 2021-22 में इसके 9.6 प्रतिशत की दर से बढ़कर 147.17 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने का अनुमान है.
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वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की अर्थव्यवस्था 10 फीसदी की दर से बढ़ेगी: राजीव कुमार
नीति आयोग के उपाध्यक्ष (NITI Aayog VC) डॉक्टर राजीव कुमार के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की अर्थव्यवस्था 10 फीसदी की दर से बढ़ेगी. उनका कहना है कि वित्त वर्ष 2021-22 के आखिर तक भारत की अर्थव्यवस्था प्री-कोविड की स्थिति में वापस पहुंच जाएगी. बता दें कि अप्रैल-जून की तिमाही में भारत की जीडीपी शून्य से 24 फीसदी नीचे चली गई थी.
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जानकारों का कहना है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए तैयार वैक्सीन को लेकर आ रही सकारात्मक खबरों की वजह से मार्केट में सकरात्मक धारणा बनी हुई है और जिसकी वजह से बहुत से सेक्टर में हरियाली वापस आती हुई दिखाई पड़ रही है. हालांकि अभी भी बहुत से सेक्टर पटरी पर लौटने के लिए जूझ रहे हैं लेकिन जानकार कहते हैं कि आने वाले समय में उन सेक्टर्स की हालत में भी सुधार आता हुआ दिखाई पड़ सकता है. मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले समय में सीमेंट, कंज्यूमर ड्यूरेबरल और ऑटोमोबाइल सेक्टर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. (इनपुट भाषा)