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Coronavirus (Covid-19): IMF ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर जारी किया बेहद डराने वाला अनुमान, सबसे खराब हालत में होगा भारत

Coronavirus (Covid-19): अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने ट्विटर पर लिखा है कि दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2020) में भारत की जीडीपी ग्रोथ 25.6 फीसदी नकारात्मक रहने की आशंका है.

Updated on: 03 Sep 2020, 01:11 PM

नई दिल्ली:

Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) की वजह से दुनियाभर की अर्थव्यवस्था अपने सबसे खराब दौर में पहुंच गई है. अगर भारत की सकल घरेलू उत्पाद यानि GDP की बात करें तो यह भी 40 साल में पहली बार नकारात्मक हो गई है. बता दें कि कोविड-19 संकट के बीच देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है.

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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े सोमवार को जारी किए थे. पिछले साल 2019-20 की इसी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद में 5.2 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी. वहीं IMF ने भी भारत की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट की आशंका जताई है.

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जी-20 देशों की जीडीपी ग्रोथ ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंची
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) की अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) ने ट्विटर पर लिखा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में लॉकडाउन की वजह से जी-20 देशों की जीडीपी ग्रोथ ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गई है. हालांकि उन्होंने कहा है कि तीसरी तिमाही में कुछ सुधार आना चाहिए लेकिन 2020 में अर्थव्यवस्था में अभी भी बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. उन्होंने कहा कि पहली तिमाही में खराब स्थिति के बाद चीन ने दूसरी तिमाही में मजबूती के साथ सुधार किया है. गीता गोपीनाथ ने एक ग्राफ शेयर किया है जिसमें उन्होंने दिखाया है कि जी-20 देशों की अर्थव्यवस्था निगेटिव जोन में बनी रह सकती है.

भारत की जीडीपी ग्रोथ 25.6 फीसदी नकारात्मक रहने की आशंका: गीता गोपीनाथ

उन्होंने कहा है कि दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2020) में भारत की जीडीपी ग्रोथ 25.6 फीसदी नकारात्मक रहने की आशंका है. हालांकि उन्होंने कहा है कि यह सभी आंकड़ें तिमाही दर तिमाही आधार पर जारी किए गए हैं और इसकी तुलना किसी साल से नहीं कर सकते हैं.

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गौरतलब है कि कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीडीपी विकास दर (GDP Growth Rate) में भारी गिरावट को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने दावा किया था कि अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी और उसके बाद से एक के बाद एक गलत नीतियां अपनाई गईं. उन्होंने ट्वीट किया कि जीडीपी -23.9 प्रतिशत हो गई. देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी. तब से सरकार ने एक के बाद एक ग़लत नीतियों की लाइन लगा दी.