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वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 20 फीसदी अपेक्षित : रिपोर्ट

वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 20 फीसदी अपेक्षित : रिपोर्ट

Updated on: 07 Aug 2021, 10:55 PM

नई दिल्ली:

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (एमओएफएस) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में भारत की वास्तविक जीडीपी सालाना आधार पर 20 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।

एमओएफएस की इकोस्कोप रिपोर्ट के अनुसार, भारत के वास्तविक जीवीए के लिए आर्थिक गतिविधि सूचकांक जून में सालाना आधार पर 11.6 फीसदी बढ़ा, जो मई में सालाना आधार पर 22.8 फीसदी बढ़ा था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका तात्पर्य है कि वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में 22.6 प्रतिशत वास्तविक जीडीपी वृद्धि रही, जबकि वित्तवर्ष 21 की पहली तिमाही में 14.4 प्रतिशत रही थी। कम आधार के कारण गैर-कृषि क्षेत्र में उच्च दोहरे अंकों की वृद्धि हुई, जबकि कृषि गतिविधि में 6.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

अनुमान बताते हैं कि भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में 20 प्रतिशत सालाना थी, जो उम्मीदों के अनुरूप है।

वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में दोहरे अंकों की वृद्धि के बावजूद, वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि वित्तवर्ष 22 की शेष तिमाहियों में 5-7 प्रतिशत तक धीमी हो जाएगी।

रिपोर्ट के मुताबिक, ईएआई-जीवीए, ईएआई-जीडीपी को भी बड़े पैमाने पर कम आधार का समर्थन प्राप्त था। हालांकि ईएआई-जीडीपी में जून में मामूली 3.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मई में यह 11.6 प्रतिशत थी, लेकिन इसमें सालाना आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई के आंकड़ों ने एक रिकवरी का संकेत दिया। इसमें कहा गया है, इंडिया मैन्युफैक्च रिंग पीएमआई में जोरदार तेजी आई, मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट रिकॉर्ड ऊंचाई पर था।

बिजली उत्पादन तेजी से बढ़ा, और जुलाई 21 में ई-वे पंजीकरण और टोल संग्रह में एक मजबूत वसूली हुई। यह पुष्टि करता है कि फिर से खोलने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर सुधार हुआ है, जो कुछ और महीनों तक जारी रहेगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.