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Coronavirus (Covid-19): अर्थव्यवस्था को कोरोना के झटके से उबारने के लिए अंतिम राहत पैकेज ला सकती है मोदी सरकार

Coronavirus (Covid-19): आरएसएस विचारक और भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank) के निदेशक एस गुरुमूर्ति ने कहा कि अंतिम प्रोत्साहन पैकेज (Stimulus Package) की घोषणा कोविड संकट के बाद सितंबर में या अक्टूबर में होने की उम्मीद है.

Updated on: 17 Jun 2020, 10:04 AM

कोलकाता:

Coronavirus (Covid-19): भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank-RBI) के निदेशक एस गुरुमूर्ति (S Gurumurthy) ने कहा कि केंद्र सरकार कोविड संकट के बाद सितंबर में अंतिम राहत पैकेज (Relief Package) की घोषणा कर सकती है. गुरुमूर्ति ने भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक वेबिनार में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक के पैकेज को अंतरिम उपाय माना जा सकता है. आरएसएस विचारक ने कहा कि अंतिम प्रोत्साहन पैकेज (Stimulus Package) की घोषणा कोविड संकट के बाद सितंबर में या अक्टूबर में होने की उम्मीद है.

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नोट छापने के विकल्प पर फिलहाल कोई विचार नहीं
उन्होंने कहा कि यूरोपीय देश और अमेरिका घाटे को भरने के लिए मुद्रा की छपाई कर रहे हैं, जबकि भारत के लिए ऐसा करने की बहुत कम गुंजाइश है. गुरुमूर्ति ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने अभी तक घाटे के मौद्रीकरण (नोट छापने) के विकल्प पर कोई विचार नहीं किया है. घाटे के मौद्रीकरण के तहत केंद्रीय बैंक सरकार की खर्च जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकारी बॉन्ड खरीदा है और बदले में अपनी निधि से या नए नोट छापकर सरकार को धनराशि देता है.

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1 अप्रैल से 15 मई तक जनधन बैंक खातों में 16,000 करोड़ रुपये जमा हुए
उन्होंने कहा कि भारत कई तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है. सरकार ने एक अप्रैल से 15 मई तक जन-धन बैंक खातों में 16,000 करोड़ रुपये जमा किए हैं. उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि उन खातों से बहुत कम धन निकाला गया है. इससे पता चलता है कि संकट का स्तर उतना अधिक नहीं है. उन्होंने कहा कि कोविड संकट के बाद के युग में दुनिया बहुपक्षीयवाद से द्विपक्षीयवाद में बदल जाएगी और भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) बहुत तेजी से वापसी करेगी.