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कमोडिटी वायदा बाजार (Commodity Futures Market) में ट्रेडिंग शुरू करने जा रहे हैं तो पहले यह खबर जरूर पढ़ लें

Commodity Futures Market: मौजूदा समय में भी बहुत से लोगों को कमोडिटी मार्केट की पूरी जानकारी नहीं है. जानकारी नहीं होने की स्थिति में ट्रेडर्स के मन में कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग को लेकर डर बना रहता है.

Updated on: 16 Oct 2020, 12:48 PM

मुंबई:

कमोडिटी वायदा बाजार (Commodity Futures Market) में ट्रेडिंग (Trading) के लिए जानकारी होना पहली शर्त है. अगर आपको कमोडिटी मार्केट (What is Commodity Trading) की जानकारी नहीं है तो आपको काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. मौजूदा समय में भी बहुत से लोगों को इस मार्केट की पूरी जानकारी नहीं है. जानकारी नहीं होने की स्थिति में ट्रेडर्स के मन में कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग को लेकर डर बना रहता है. 

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आज की हमारी यह रिपोर्ट ऐसे ही लोगों के लिए है जो कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग के लिए उतरना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसकी शुरुआती जानकारी नहीं है. तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के किन बातों की जानकारी होनी चाहिए. 

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कमोडिटी वायदा में ट्रेडिंग के लिए पहला कदम
ट्रेडर्स को सबसे पहले अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा. निवेशक इस ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये खरीद-बिक्री कर सकते हैं. ट्रेडिंग अकाउंट किसी ब्रोकिंग फर्म के साथ खुलवा जा सकता है. हालांकि ब्रोकर्स MCX और NCDEX का सदस्य जरूर होना चाहिए. एक्सचेंज की वेबसाइट से ब्रोकर्स के बारे जानकारी जुटाई जा सकती है. ट्रेडिंग अकाउंट के लिए पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक अकाउंट होना जरूरी है.

मार्जिन के जरिए कर सकते हैं ट्रेडिंग
कुछ पैसा देकर पूरे सौदे को उठाना मार्जिन कहलाता है. दूसरी ओर हाजिर बाजार में सौदे का पूरा भुगतान करना पड़ता है. हर कमोडिटी की खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज पर पहले से एक मार्जिन तय होता है. आमतौर पर मार्जिन मनी 3 फीसदी से 5 फीसदी के बीच है. उतार-चढ़ाव की स्थिति में एक्सचेंज अतिरिक्त मार्जिन भी समय-समय पर लगाता है.

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शुरुआत में मिनी लॉट में ट्रेडिंग करें
कमोडिटी ट्रेडिंग में शेयर की तरह लंबी अवधि नहीं होती है. कमोडिटी मार्केट में 2-3 सीरीज में ही कारोबार होता है. निवेशकों को खरीद-बिक्री एक निश्चित अवधि में करना जरूरी है. शुरुआत में मिनी लॉट में ट्रेड करना समझदारी भरा कदम माना जाता है. बाजार की समझ बढ़ने के बाद बड़े लॉट में ट्रेड करना चाहिए. हर सौदे में स्टॉप-लॉस जरूर लगाना चाहिए. निवेशकों को कई लॉट में ट्रेडिंग के लालच में नहीं फंसना चाहिए. लिक्विड कमोडिटी में ट्रेड करना फायदेमंद रहता है. इसके अलावा ट्रेडर्स को जिस कमोडिटी में ट्रेडिंग करना है उसके बारे में भी बेसिक जानकारी होनी चाहिए.