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B'day Special: इस वजह से आशा पारिख ने नहीं की थी शादी, इस निर्माता पर आया था दिल

आशा पारेख ने नासिर हुसैन की फिल्म 'दिल देके देखो' (1959) से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. दोनों ने 'तीसरी मंजिल' और 'कारवां' समेत सात फिल्मों में साथ काम किया है

Updated on: 02 Oct 2018, 11:42 AM

नई दिल्ली:

हिंदी फिल्मों की मशहुर अभिनेत्रियों में शुमार आशा पारेख आज अपने 76वां जन्मदिन मना रही है. फिल्म इंडस्ट्री में 'जुबली' गर्ल के नाम से पहचानी जाने वाली आशा अभिनेत्री होने के साथ ही निर्माता और निर्देशक भी थी. वो 1959 से 1973 के बीच की सर्वश्रेष्ठ तारिकाओं में से एक थी. आशा पारेख ने हिन्दी फिल्मों को एक नया आयाम दिया, जिसे कभी भी भूला नहीं जा सकता है. आइए उनके जन्मदिन के मौके पर जानें उनकी जिंदगी के कुछ अनछुए पहलू के बारे में.

बता दें कि आशा पारेख ने कभी शादी नहीं की. इसकी बड़ी वजह शायद उस जमाने के चर्चित निर्माता नासिर हुसैन थे. जी हां इसका खुलासा उन्होने अपनी बायोग्राफी 'द हिट गर्ल' में की है. इसमें अभिनेत्री ने अपनी निजी जिंदगी की कई बातें शेयर की है.

आशा ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में बात करते हुए बताया था, 'हां, नासिर साहब ही एकमात्र ऐसे पुरुष थे जिनसे मैंने प्यार किया, मेरे जीवन में जो लोग मायने रखते हैं, अगर उनका जिक्र मैं अपनी आत्मकथा में ना करूं तो फिर इसे लिखने का कोई अर्थ ही नहीं है.'

उनसे शादी नहीं हो पाने की बात पर आशा पारेख ने कहा था कि वह नहीं चाहती थीं कि नासिर हुसैन कभी भी अपने परिवार से अलग हों, इस वजह से उन्होंने शादी नहीं की.

अभिनेत्री ने कहा, 'मैं कभी भी घर तोड़ने वाली नहीं रही, मेरे और नासिर साहब के परिवार के बीच कभी कोई अनबन नहीं हुई.'

आशा पारेख ने नासिर हुसैन की फिल्म 'दिल देके देखो' (1959) से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. दोनों ने 'तीसरी मंजिल' और 'कारवां' समेत सात फिल्मों में साथ काम किया है.

अपनी बायोग्राफी में अपनी जिंदगी के नाजुक पलों को खूबसूरती से संजोकर लिखने का श्रेय वह अपनी बायोग्राफी के सह-लेखक खालिद मोहम्मद को देती हैं. उन्होंने कहा कि खालिद ने उनकी जीवनी को बेहद सावधानीपूर्वक और गरिमापूर्ण तरीके से संभाला है.

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सेंसर बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष ने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं. इसमें तीसरी मंजिल, कटी पतंग, मेरा गाँव मेरा देश, मैं तुलसी तेरे आँगन की, कालिया, दिल देके देखो, घर की इज्जत, आंदोलन,चिराग और आए दिन बहार के प्रमुख रहीं.

उस समय के बड़े स्टार राजेश खन्ना, सुनील दत्त, शम्मी कपूर, धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन जैसे सुपरस्टार के साथ काम करके अपने अभिनय का लोहा मनवाया था.