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लॉकडाउन ने तोड़ दी दिग्गज ऑटो कंपनियों की कमर, जानें क्या है भारतीय ऑटो बाजार की स्थिति

मई में मारुति ने सिर्फ 18,539 कारें बेचीं, जबकि पिछले साल मई में मारुति ने 1,34,641 कारें बेची थीं.

Updated on: 01 Jun 2020, 05:12 PM

New Delhi:

कोरोनावायरस महमारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन से ऑटो कंपनियों पर तगड़ी मार पड़ी है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की मई में बिक्री रिकॉर्ड 86.23 फीसदी गिरकर महज 18,539 यूनिट रह गई. यानी, मई में मारुति ने सिर्फ 18,539 कारें बेचीं, जबकि पिछले साल मई में मारुति ने 1,34,641 कारें बेची थीं.

हुंडई

दूसरी ओर, हुंडई मोटर इंडिया की कुल बिक्री मई में 78.7 फीसदी गिरकर 12,583 रह गई. हुंडई मोटर के अनुसार, उसकी घरेलू बिक्री मई में 88.93 फीसदी घटकर 13,888 इकाई रही जो पिछले साल इसी महीने में 1,25,552 यूनिट थी. कंपनी ने पिछले महीने में 4,651 वाहनों का निर्यात किया, जो मई 2019 के 9,089 इकाइयों के मुकाबले 48.82 फीसदी कम है.

Maruti ने शुरू किया प्रोडक्शन

मारुति सुजुकी का कहना है कि उसने ‘लॉकडाउन’ के बाद सरकार के नियमों एवं दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए 12 मई से मानेसर कारखाने में और 18 मई से गुड़गांव प्लांट में प्रोडक्शन शुरू कर दिया. सुजुकी मोटर गुजरात में भी उत्पादन 25 मई से शुरू हो गया है. सुजुकी मोटर अनुबंध आधार पर मारुति सुजुकी के लिये कार बनाती है. एमएसआई ने कहा कि केंद्र और राज्यों क दिशानिर्देशों के अनुसार कंपनी के शोरूम भी खुलने शुरू हो चुके हैं.

MG Motor इंडिया ने 710 कारें बेचीं

MG Motor इंडिया पर भी कोविड19 लॉकडाउन का तगड़ा असर हुआ है. कंपनी ने पिछले महीने सिर्फ 710 कारें बेचीं. कंपनी का कहना है कि कोरोनावायरस लॉकडाउन और सप्लाई चेन बाधित होने का असर हुआ है. कंपनी ने अपने हलोल प्लांट में 30 फीसदी क्षमता के साथ उत्पादन शुरू कर दिया है. करीब 65 फीसदी शोरूम और सर्विस सेक्टर कम मैनपावर के साथ शुरू कर दिए गए हैं.

Hyundai ने बेचीं सिर्फ 12,583 कारें

हुंडई मोटर इंडिया (HMIL) की मइ्र में ब्रिकी 78.7 फीसदी गिरकर 12,583 यूनिट रह गई. जबकि पिछले साल मई में कंपनी ने 59,102 कारें बेची थीं. हुंडई की घरेलू बिक्री इस अवधि में 83.8 फीसदी गिरकर महज 6,883 रह गई, जो मई 2019 में 42,502 थी. कंपनी ने बताया कि पिछले महीने उसने 5700 कारें निर्यात की. जबकि पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी का निर्यात 16,600 यूनिट था.