.

PAK PM इमरान खान ने हिंदुस्तान की तारीफ की तो भारत ने दिया ये रिएक्शन

पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने भारत की जमकर प्रशंसा की है. उन्होंने भारत की विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि हमेशा से हिंदुस्तान ने आजाद विदेश नीति रखी है.

News Nation Bureau
| Edited By :
21 Mar 2022, 04:49:08 PM (IST)

highlights

  • पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत की विदेश नीति की प्रशंसा की 
  • हिंदुस्तान ने हमेशा आजाद विदेश नीति रखी : इमरान खान
  • पूरी दुनिया में हमारी कई विदेश नीतियों की तारीफ होती है : हर्षवर्धन श्रृंगला

नई दिल्ली:

पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने भारत की जमकर प्रशंसा की है. उन्होंने भारत की विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि हमेशा से हिंदुस्तान ने आजाद विदेश नीति रखी है. प्रधानमंत्री इमरान खान के इस बयान पर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है. भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि एक व्यक्ति कहना गलत होगा. पूरी दुनिया में हमारी कई विदेश नीतियों की तारीफ होती है.

यह भी पढ़ें : कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने राज्यसभा की सदस्यता से दिया इस्तीफा

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने आगे कहा कि कोई एक व्यक्ति (भारत की विदेश नीति की तारीफ की) कहना गलत होगा. दुनिया के कई देशों के प्रधानमंत्री की ओर से हमें कई विदेश नीति की पहलों के लिए प्रशंसा मिली है. मुझे लगता है कि हमारा रिकॉर्ड इसकी गवाही खुद-ब-खुद दे रहा है.

जानें इमरान खान ने क्या कहा था?

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि हिंदुस्तान की तारीफ करता हूं. हिंदुस्तान की ओर से हमेशा आजाद विदेश नीति रखी गई है. हिंदुस्तान यूएस का सहयोगी है और खुद को न्यूट्रल कहता है... रूस से भारत तेल मंगवा रहा है, जबकि रोक लगे हुए हैं. क्योंकि लोगों की बेहतरी के लिए उसकी विदेशी नीति है. इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी जनता के हित में भी उनकी विदेश नीति रहेगी.

यह भी पढ़ें : कोविड महामारी के कारण रक्षा भर्ती प्रतिबंधित : रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट

पाक पीएम ने कहा कि क्वाड समूह का भारत सदस्य है. अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से भारत ने कच्चे तेल आयात किया. भारत, यूएस, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड समूह के सदस्य देश हैं. गौरतलब है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर 24 फरवरी को रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ कार्रवाई के जवाब में अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं.