सीरिया के बाद डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर आ सकता है उत्तरी कोरिया
उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रण को लेकर अमेरिका सहित किसी भी देश की बात मानने को तैयार नहीं है
नई दिल्ली:
सीरिया पर हमले के बाद ही विश्लेषक यह अनुमान जता रहे हैं कि उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग के परमाणु हथियार विकसित करने के फैसले पर ट्रंप उनके खिलाफ भी सीरिया जैसी कार्रवाई कर सकते हैं।
उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रण को लेकर अमेरिका सहित किसी भी देश की बात मानने को तैयार नहीं है। थोड़े दिनों पहले ही नॉर्थ कोरिया ने कई मिसाइलों का परीक्षण किया था। हालांकि इसमें उसे सफलता नहीं मिली थी। लेकिन आशंका जताई जा रही है कि आने वाले समय में वो अगर इसमें सफल हो जाता है तो ये अमेरिका और दक्षिणी कोरिया के लिए सबसे बड़ा चिंता का विषय होगा।
अमेरिका और यूएन के उसपर आर्थिक प्रतिबंध लगा देने के बावजूट उत्तरी कोरिया झुकने के लिए तैयार नहीं है। उत्तरी कोरिया का तानाशाह किम जोंग कई बार कह चुका है कि वो अमेरिका से नहीं डरता है।
उत्तरी कोरिया कह चुका है कि अमेरिका की चेतावनियों का उसपर कोई असर नहीं पड़ने वाला और वो परमाणु बम हासिल करके रहेगा। ऐसा माना जाता है कि उत्तरी कोरिया के पास रासायनिक हथियारों का बहुत बड़ा भंडार है जिसका इस्तेमाल वो किसी के भी खिलाफ कर सकता है।
ये भी पढ़ें: पटना राजधानी एक्सप्रेस में डकैती, बिहार के बक्सर में यात्रियों से लूटपाट और मारपीट
दूसरी तरफ चीन पर उत्तरी कोरिया को अपने फायदे के लिए शह देने का आरोप लगता है। अमेरिका अगर उत्तरी कोरिया पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है तो इसका सबसे बड़ा कारण चीन ही है। चीन उत्तरी कोरिया की हर तरह से मदद करता है। अनाज, व्यापार से लेकर ऊर्जा तक के लिए उत्तरी कोरिया पूरी तरह चीन पर ही आश्रित रहता है।
ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर समेत 9 राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव, मतदान जारी