कूचबिहार और सीतलकुची में हिंसा प्रभावितों से मिले राज्यपाल धनखड़, विरोध में दिखाए गए काले झंडे
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह कानून के शासन का पतन है. मैं यह कभी सोच भी नहीं सकता था. मैंने लोगों की निगाह में पुलिस का डर देखा है, वे पुलिस के पास जाने से डरते हैं, उनके घरों को लूट लिया गया. मैं वास्तव में हैरान हूं, यह लोकतंत्र का विनाश है.
highlights
- राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह कानून के शासन का पतन है
- 'मैं यह कभी सोच भी नहीं सकता था. मैंने लोगों की निगाह में पुलिस का डर देखा है'
- धनखड़ के कूचबिहार दौरे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निंदा की थी
कूचबिहार:
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद हुई हिंसा से पूरे प्रदेश की सियासत का तापमान गर्म है. वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को गुरुवार को सीलतकूची में उस समय काले झंडे दिखाए गए जब वह चुनाव के बाद हुई हिंसा से प्रभावित लोगों से मिलने गए थे. लोगों का एक समूह राज्यपाल जगदीप धनखड़ की कार का रास्ता रोक देता है और कूचबिहार के दिनहाटा में नारे लगाता है. राज्यपाल जिले के चुनाव के बाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और जंगलों में रह रहे हैं. महिलाएं मुझे बताती हैं, कि वे (गुंडे) एक बार फिर वहां आएंगे और राज्यपाल के सामने सुरक्षा की ऐसी विफलता है. मैं इस पर हैरान हूं. मैं कल्पना कर सकता हूं कि यहां के लोगों को क्या करना चाहिए.
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ के बहाने जयराम रमेश का PM मोदी पर तंज, कहा सेंट्रल विस्टा बंद हो
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह कानून के शासन का पतन है. मैं यह कभी सोच भी नहीं सकता था. मैंने लोगों की निगाह में पुलिस का डर देखा है, वे पुलिस के पास जाने से डरते हैं, उनके घरों को लूट लिया गया. मैं वास्तव में हैरान हूं, यह लोकतंत्र का विनाश है.
यह भी पढ़ें : बिहार में लॉकडाउन, जानें कितने बजे तक खुली रहेंगी दुकानें, क्या रहेगी छूट
बता दें कि धनखड़ उत्तरी बंगाल के कूचबिहार जिले में मथभंगा और सीतलकूची गए और उन लोगों से मुलाकात की जिन्होंने दावा किया कि दो मई को चुनाव नतीजे आने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के समर्थक गुंडों ने उनपर हमला किया था.
यह भी पढ़ें : अलीगढ़ में मुख्यमंत्री बोले, ... इसलिए मंडल में घटने लगे कोरोना के केस
दौरे के दौरान कुछ महिलाओं को रोते और राज्यपाल के चरणों पर गिरते देखा गया, जिन्होंने आरोप लगाया कि उनका सामान लूट लिया गया और पुरुषों को जान बचाने के लिए घर से भागना पड़ा है. बता दें कि धनखड़ के कूचबिहार दौरे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निंदा की थी.