.

कोयला तस्करी मामले में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को CBI का समन

कोयला तस्करी मामले (Coal Smuggling Case) में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के भतीजे और टीएमसी के सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
21 Feb 2021, 03:01:02 PM (IST)

highlights

  • कोयला तस्करी मामले में अभिषेक बनर्जी को समन
  • अभिषेक बनर्जी से पूछताछ के लिए CBI का समन
  • CBI ने अभिषेक के घर पहुंचकर समन दिया

कोलकाता:

कोयला तस्करी मामले (Coal Smuggling Case) में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के भतीजे और टीएमसी के सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस मामले में पूछताछ के लिए अभिषेक बनर्जी को सीबीआई ने समन भेजा है. सीबीआई की टीम ने कोलकाता (Kolkata) में अभिषेक बनर्जी के घर पहुंचकर समन दिया है. सीबीआई उनके घर पर ही आज ही पूछताछ करना चाहती है, इसलिए टीम समन लेकर पहुंची है. यहां सीबीआई टीम (CBI Team) ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी को समन दिया है.

यह भी पढ़ें : दिल्ली के शाहीन बाग में PFI और CFI के ठिकानों पर UP STF ने की छापेमारी

सीबीआई ने पिछले कुछ समय पहले आरोपी अनूप मांझी से जुड़े मसले पर झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कई लोकेशन पर छापेमारी की थी. उसी मामले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी की भूमिका सामने आई थी. लिहाजा पूछताछ के लिए सीबीआई की टीम नोटिस देने पहुंची. सीबीआई समन लेकर अभिषेक के घर पहुंची है और उन्हीं के घर पर पूछताछ करना चाहती है.

इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) की कई टीमों ने मिलकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के 13 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया. इसमें कोयला घोटाला मामले की चल रही जांच में शामिल कोयला माफिया जयदेव मंडल और लंबे समय से फरार चल रहे अनूप मांझी का ठिकाना भी शामिल था. कोलकाता, पुरुलिया, पश्चिम बर्धमान और बांकुरा में तलाशी अभियान चलाया गया.

यह भी पढ़ें : संसद में अच्छी स्थिति में बने रहने के लिए कांग्रेस को जीतने होंगे राज्य

पिछले साल 28 नवंबर को सीबीआई ने पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के 45 ठिकानों पर छापेमारी की थी. बता दें कि एजेंसी ने पिछले साल नवंबर में माझी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें ईसीएल के कुछ कर्मचारी और केंद्र सरकार के कुछ अन्य कार्यालय शामिल थे. यह आरोप लगाया गया था कि कुन्जोरिया और कजोरा इलाकों में ईसीएल की लीजहोल्ड खदानों से कोयले की चोरी में मांझी शामिल रहा है.