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बंगाल में सियासी घमासान: ममता बनर्जी ने लगाया ये आरोप तो बीजेपी ने किया पलटवार

पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले वर्ष अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं, मगर अभी से राज्य में सियासी घमासान मचा हुआ है.

News Nation Bureau
| Edited By :
16 Dec 2020, 10:26:23 AM (IST)

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले वर्ष अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं, मगर अभी से राज्य में सियासी घमासान मचा हुआ है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सामने यहां विपक्षी दलों से पार पाने की कड़ी चुनौती है तो भारतीय जनता पार्टी यहां सरकार बनाने की जुगत में हैं. ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी पर मिलीभगत का आरोप लगाया, जिस पर बीजेपी ने पलटवार किया है.

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बीजेपी के पश्चिम बंगाल सह-प्रभारी अरविंद मेनन ने ट्विटर पर ममता बनर्जी के भाषण को शेयर किया है. उन्होंने ममता बनर्जी के बयान पर ट्वीट में लिखा, 'यह विश्वास करना कठिन है कि एक निर्वाचित सीएम खुलकर इस तरह की सांप्रदायिक तर्ज पर बात कर रहा है. यह बहुत कुछ ममता बनर्जी की राजनीति के मानक को पूरा करता है.'

इससे पहले ममता बनर्जी ने मंगलवार को बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को बंगाल में लाने का प्रयास कर रही है, ताकि सांप्रदायिक धुव्रीकरण बढ़ाया जा सके और हिंदू-मुस्लिम वोट उनके बीच बंट जाएं. उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने बिहार विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद घोषणा कि थी की वह अगले साल होने वाले बंगाल चुनाव में भी उतरेगी. बिहार चुनाव में एआईएमआईएम ने पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटें जीती थीं.

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ममता बनर्जी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'मुस्लिम मतों को विभाजित करने के उद्देश्य से हैदराबाद की एक पार्टी को यहां लाने की खातिर बीजेपी करोड़ों रूपये खर्च कर रही है. योजना है कि हिंदू मत बीजेपी के पाले में चले जाएंगे और मुस्लिम मत हैदराबाद की इस पार्टी को मिल जाएंगे.' उन्होंने कहा कि हाल में हुए बिहार चुनाव में भी उन्होंने यही किया था. यह पार्टी बीजेपी की बी-टीम है.