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UP पुलिस का एक चेहरा यह भी- 'मसीहा बनकर युवक को मौत के मुंह से निकाला'

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में बुधवार को पुलिस का एक ऐसा चेहरा सामने आया है जहां पुलिस एक परिवार के लिए मसीहा बनकर पहुंची और सूझबूझ से एक व्यक्ति की जान बचा ली.

22 Aug 2019, 10:17:44 AM (IST)

highlights

  • फांसी से युवक को उतार कर बचाया
  • एंबुलेंस आने तक सीने पर दबाव देकर लौटाई सांस
  • एसपी ने दोनों पुलिस वालों को पुरस्कृत किया

हरदोई:

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में बुधवार को पुलिस का एक ऐसा चेहरा सामने आया है जहां पुलिस एक परिवार के लिए मसीहा बनकर पहुंची और सूझबूझ से एक व्यक्ति की जान बचा ली. दरअसल पत्नी से झगड़े के बाद एक व्यक्ति ने कमरा बंद करके फांसी लगा ली. फांसी लगाते ही उसकी पत्नी ने पुलिस को सूचना दे दी.

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 सूचना मिलते ही पुलिस के दो जवान मौके पर पहुँच गए और दरवाजा तोड़कर फांसी पर लटके व्यक्ति को उतारा. जब उस व्यक्ति को उतारा गया तो वो मरणासन्न था. जिसके बाद पुलिस वालों ने ट्रेनिंग के दौरान सीखे तरीकों से उसके हार्ट पर हाथों से पम्प करके उसकी सांस वापस लौटा दी. पुलिस कर्मियों का मसीहा बनने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसपी ने दोनों को पुरस्कृत भी किया है.

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सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में दिख रहा है कि एक पुलिसकर्मी व्यक्ति को फांसी के फंदे से उतारकर उसको अपने हाथों से पम्प कर रहा है. 20 अगस्त की शाम थाना कोतवाली शहर की राधा नगर चौकी पर तैनात आरक्षी सतेंद्र यादव के पास अचानक एक फोन आया, जिसे रिसीव करने पर एक महिला ने बताया की उसके पति शिवकुमार ने कमरे में बंद कर फाँसी लगा ली है.

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यह सुनते ही आरक्षी सतेंद्र यादव ने अपने साथी आरक्षी कुलदीप कुमार को तुरंत अपने साथ लेकर उस महिला के बताए हुए गांव में बिना देरी किये पहुंचे. वहां उन्होंने पहुंच कर देखा कि वास्तव में महिला का पति पंखे से लटका हुआ है. जिसके बाद दोनों ने बिना देरी के दरवाजे को तोड़ कर फांसी के फंदे पर झूल रहे व्यक्ति को नीचे उतारा.

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जब उन दोनों ने उसे उतारा तो वो बिलकुल मरणासन्न था. इस बीच कोई दूसरी मदद मिलने तक पुलिस कर्मी ने ट्रेनिंग के दौरान सिखलाये गए तरीके का इस्तेमाल करके व्यक्ति के हार्ट पर हाथों से पम्प किया जिसके बाद युवक की साँस लौट आयी. उसके बाद उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां से उसे उपचार के लिए लखनऊ रेफर किया गया जहां उसकी हालत अब ठीक है.

शिवकुमार धन्नूपुरवा गांव का रहने वाला और कलेक्ट्रेट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है. पति पत्नी के बीच आपसी विवाद में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था. फिलहाल दोनों आरक्षियों की ततपरता व सूझ-बूझ से जान बचाने की घटना सामने आने के बाद एसपी ने भी दोनों को पुरस्कृत किया है.