.

बीजेपी-अपना दल गठबंधन में फूट! अनुप्रिया पटेल उम्मीदवारों की लिस्ट से नाराज

उत्तर प्रदेश में बनवास खत्म करने का नारा लगा चुकी बीजेपी के गठबंधन में फूट पड़ सकती है। दरअसल बीजेपी की अहम सहयोगी 'अपना दल' पसंदीदा सीट नहीं मिलने से नाराज हैं।

News Nation Bureau
| Edited By :
25 Jan 2017, 01:30:49 PM (IST)

highlights

  • बीजेपी की तीसरी लिस्ट से नाराज अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल
  • बीजेपी ने अपना दल के पसंदीदा सीट से भी उतारा अपना उम्मीदवार

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में बनवास खत्म करने का नारा लगा चुकी बीजेपी के गठबंधन में फूट पड़ सकती है। दरअसल बीजेपी की अहम सहयोगी 'अपना दल' पसंदीदा सीट नहीं मिलने से नाराज हैं। बीजेपी ने 403 में से कुल 371 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया है। बीजेपी ने मंगलवार को 67 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया। इस लिस्ट से अपना दल की अध्यक्ष पटेल नाराज हैं।

तीसरी लिस्ट में बीजेपी ने वाराणसी की रोहनिया सीट से उम्मीदवार उतारा है इस सीट से 2012 में अनुप्रिया पटेल ने चुनाव जीता था, अब बीजेपी ने सुरेंद्र नारायण औढ़े को टिकट दिया है। इस सीट से अनुप्रिया पटेल अपने उम्मीदवार को लड़ाना चाहती थी।

बीजेपी ने मिर्जापुर की चुनार सीट से भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह के बेटे अनुराग सिंह को टिकट दिया है। इसके अलावा बांदा की मानिकपुर सीट से भी बीजेपी ने उम्मीदवार उतार दिया है। मानिकपुर से आर के पटेल को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है। इन सभी सीटों पर अपना दल उम्मीदवार देना चाहती थी।

अपना दल में पार्टी पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है। एक खेमे पर अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल और बहन का कब्जा है जबकि दूसरे खेमे पर अनुप्रिया पटेल का कब्जा है।

और पढ़ें: प्रियंका गांधी रायबरेली लोकसभा सीट से लड़ सकती हैं चुनाव

अनुप्रिया की बहन यूपी में डेढ़ सौ सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगी। अनुप्रिया पटेल के पिता सोनेलाल पटेल ने 1995 में अपना दल बनाया था। अपना दल का कुर्मी वोटरों पर मजबूत पकड़ मानी जाती है।

2007 में सोनेलाल पटेल के रहते बीजेपी ने अपना दल को 38 सीटें दी थीं। इन दिनों अपना दल आंतरिक कलह से जूझ रही है। इस बीच बीजेपी ने कम सीट देना का फैसला किया है।

और पढ़ें: बीजेपी फिर राम की शरण में, केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- सरकार बनी तो अयोध्या में बनेगा राम मंदिर

और पढ़ें: यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने दिये संकेत, आगे भी नहीं मिलेगा मुस्लिमों को टिकट