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दिल्ली पहुंची कर्नाटक कांग्रेस में पड़ी दरार, राहुल गांधी के आवास पर बैठक

कर्नाटक कांग्रेस में सियासी घमासान को लेकर राहुल गांधी के आवास पर बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के साथ कई नेता शामिल हुए

News Nation Bureau
| Edited By :
20 Jul 2021, 11:59:57 PM (IST)

नई दिल्ली:

कर्नाटक कांग्रेस में सियासी घमासान (Karnataka Congress Crisis)  को लेकर राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के आवास पर बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार (Karnataka Congress President DK Shivakumar) के साथ कई नेता शामिल हुए. इस पूरे मामले पर कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ( Randeep Singh Surjewala) से खास बातचीत. आज राहुल गांधी जी के आवास पर कर्नाटक के नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में कर्नाटक की ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई.

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जहां तक का कर्नाटक में लीडरशिप की बात है. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों के नेतृत्व में कर्नाटक की जमीन को मजबूत किया जाएगा. और आने वाले चुनाव में सरकार बनाएंगे. कर्नाटक कांग्रेस में कोई घमासान नहीं है. एक और खुलासा मैं कर रहा हूं कि कर्नाटक की सरकार जासूसी के माध्यम से गिराई गई थी. जिसको लेकर हम संसद से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ेंगे. आपको बता दें कि कर्नाटक कांग्रेस में दरार दिल्ली तक पहुंच गई है और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्धरमैया को मतभेदों को दूर करने और पार्टी के लिए मिलकर काम करने के लिए बुलाया गया है. सूत्रों के हवाले से यह खबर मिली. सिद्धारमैया ने पार्टी में किसी भी दरार से इनकार किया है और कहा है कि वह और शिवकुमार दोनों मिलकर पार्टी बनाने के लिए काम कर रहे हैं.

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आपको बता दें कि दोनों नेता विभिन्न मुद्दों पर आमने-सामने हैं और जब सिद्धारमैया के समर्थकों ने उनको कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया तो शिवकुमार ने उन्हें झिड़क दिया. उनके बीच ताजा मुद्दा अवैध खनन का है, जिस पर कर्नाटक कांग्रेस विभाजित घर बनी हुई है क्योंकि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया एक बार फिर निर्दलीय सांसद सुमलता द्वारा उठाए गए मुद्दे पर मतभेद रखते हैं. सिद्धारमैया ने जोर देकर कहा कि एक जांच होनी चाहिए, जबकि शिवकुमार ने कहा कि इस क्षेत्र में अवैध खनन की कोई रिपोर्ट नहीं है.