.

प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के ऑफर को ठुकराया, BJP बोली- डूबते जहाज में नहीं बैठना चाहता कोई

राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी डूबता जहाज है, कोई भी डूबते जहाज में नहीं बैठता चाहता.

News Nation Bureau
| Edited By :
04 Jun 2020, 01:18:11 PM (IST)

भोपाल:

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के कांग्रेस के लिए काम ना करने पर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर तंज कसा है. राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी डूबता जहाज है, कोई भी डूबते जहाज में नहीं बैठता चाहता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ग्वालियर चंबल में आधारहीन नेताओं को फ्रंट में लाकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने राज्यसभा चुनाव में भी जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी राज्यसभा की दोनों सीटों पर चुनाव जीतेगी,. हमें कोई तैयारी की आवश्यकता नहीं है. चिंता वह करें जिन्हें 1 सीट मिलने वाली है.

यह भी पढ़ें: निसर्ग तूफान का असर मध्य प्रदेश में भी, भोपाल समेत कई हिस्सों में तेज बारिश

बता दें कि कांग्रेस ने अपनी चुनावी रणनीति को धार देने के लिए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मदद लेना चाह रही है, लेकिन प्रशांत किशोर ने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की कवायद चरम पर है. यह उपचुनाव सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दल कांग्रेस के लिए सियासी तौर पर अहम तो है ही, साथ में सरकार के भविष्य का फैसला करने वाले भी होगा. लिहाजा बीजेपी चुनावी रणनीति में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है. उधर, कांग्रेस 24 सीटों पर जीतकर सत्ता में वापसी करना चाहती है.

यह भी पढ़ें: पिता को गंवा चुकी तनिष्का के सपनों को साकार करने की शिवराज ने उठाई जिम्मेदारी

ज्ञात हो कि कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी. इसी कारण कमलनाथ को 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई. आने वाले दिनों में सांवेर क्षेत्र समेत विधानसभा की 24 खाली सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इनमें से 22 सीटें कांग्रेस के बागी विधायकों के पाला बदलकर इस्तीफा देने से खाली हुईं, जबकि दो सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के एक-एक विधायक के निधन से उपचुनाव की स्थिति बनी.

यह वीडियो देखें: