अजित डोभाल के कश्मीरियों के साथ खाना खाने पर भड़के कांग्रेस गुलाम नबी आजाद, दिया ये विवादित बयान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद आज यानी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा सकते हैं. बताया जा रहा है कि वहां वह इस मामले पर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं
New Delhi:
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद एक तरफ जहां कुछ पार्टियां मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन कर रही हैं तो वहीं कुछ पार्टियां इसका कड़ा विरोध भी कर रही हैं. जो पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं उनमें कांग्रेस सबसे ऊपर हैं. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद आज यानी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा सकते हैं. बताया जा रहा है कि वहां वह इस मामले पर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं. लेकिन इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाकार अजित डोभाल पर निशाना साधा है.
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दरअसल हाल ही में अजित डोभाल की एक वीडियो सामने आई थी जिसमें वो जम्मू-कश्मीर में आम लोगों के साथ सड़क पर खाना खाते नजर आ रहे थे. गुलाम नबी आजाद ने इसी वीडियो को लेकर डोभाल पर निशाना साधा है और कहा है कि वह पैसे देकर किसी को भी साथ ला सकते है. गुलाम नबी आजाद ने डोभाल पर निशाना साधते हुए कहा, 'पैसे देकर आप किसी को भी साथ ला सकते हो'.
जम्मू-कश्मीर के दौरे पर डोभाल
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 खत्म होने के बाद एनएसए (NSA) अजित डोभाल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल बुधवार को शोपियां पहुंचे. वहां उन्होंने लोगों से मुलाकात की और वहां की स्थिति के बारे में जाना. इसके बाद उन्होंने शोपियां के लोगों के साथ खाना भी खाया.
Jammu and Kashmir: National Security Advisor Ajit Doval interacts with locals in Shopian, has lunch with them. pic.twitter.com/mRysjmkLrA
— ANI (@ANI) August 7, 2019यह भी पढ़ें: आर्टिकल 370 हटाने के खिलाफ दायर याचिका पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार
पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद एनएसए अजीत डोभाल ने सुरक्षा बल के जवानों से भी मुलाकात की और वहां की सुरक्षा का हाल जाना. इस मौके पर डीजीपी दिलबाग सिंह भी मौजूद थे. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद अजीत डोभाल की ऐसी यह पहली यात्रा है. अजित डोभाल की यात्रा से पहले मंगलवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था और संबंधित जिलों के पुलिस आयुक्तों को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों की पूरी मदद की जाए.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से अनुच्छेद-370 खत्म कर सूबे को दो केंद्रशासित राज्यों में बांटने का विधेयक राज्यसभा के बाद लोकसभा से पास हो गया है. अब पाक अधिकृत कश्मीर (Pok) से भी भारत में शामिल किए जाने की मांग उठ रही है. गिलगिट-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) के लोगों ने कहा, उन्हें भारत के संविधान पर पूरा भरोसा है. लिहाजा क्षेत्र के लोग भारत के साथ जुड़ना चाहते हैं. उन्होंने भारतीय संविधान में अपना प्रतिनिधित्व मांगा है.