Chhattisgarh: लोगों की भीड़ इकट्ठा करने के आरोप में कांग्रेस विधायक के खिलाफ FIR दर्ज
विधायक पर आरोप है कि राज्य में धारा 144 लागू होने के बावजूद उन्होंने एक ऐसी घोषणा की कि बिलासपुर में उनके घर के सामने लोगों की भीड़ लग गई.
नई दिल्ली:
कोरोने के खतरे को देखते हुए देशभर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है. लोगों को केवल जरूरी सामान लाने के लिए ही बाहर जाने की अनुमति दी जा रही है. कोई भी व्यक्ति गैरजरूरी काम से बाहर घूमता हुआ दिख रहा है तो पुलिस उस पर सख्त रुख अपनाती हुई नजर आ रही है. इस बीच छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक शैलश पांडेय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. दरअसल उन पर आरोप है कि राज्य में धारा 144 लागू होने के बावजूद उन्होंने एक ऐसी घोषणा की कि बिलासपुर में उनके घर के सामने लोगों की भीड़ लग गई.
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जानकारी के मुताबिक शैलेश पांडेय ने लॉकडाउन के बीच फ्री राशन बांटे जाने की घोषणा की थी. घोषणा सुनते ही लोगों की भीड़ उनके घर के सामने इकट्ठा हो गई. इसे धारा 144 के उल्लंघन के तौर पर देखा गया और शैलेश पांडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई. इस मामले में विधायक की सफाई भी सामने आई है. उन्होंने कहा, 'जब मैंने अपने बंगले के बाहर भीड़ देखी तो मैंने पुलिस को फोन करके भीड़ को तितर-बितर करने के लिए कहा. मैं बस जरूरतमंद लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहा था, इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उस वक्त पुलिस ने भीड़ को रोका क्यों नहीं?'
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बता दें, कोरोना वायरस (Corona Viru) की वजह से देश भर में 24 घंटे में छह मरीजों की जान चली गई, वहीं कुल मिलाकर देश में कोरोना मरीजों की संख्या 1024 हो गई है. इस में 901 लोग कोरोना वायरस से अभी भी संक्रमित हैं. इस बीमारी से अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है. 95 लोगों को इस बीमारी से या तो निजात मिल चुकी है, या ये हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुके हैं. इससे पहले देश में कोरोना के मरीजों के संख्या शनिवार को ही नौ सौ को पार गई थी. केरल और महाराष्ट्र ऐसे दो राज्य हैं, जहां कोरोना के मरीज सबसे ज्यादा हैं. देश के 27 राज्य इस वक्त कोरोना की चपेट में हैं. देश में मृतकों का आंकड़ा 27 तक पहुंच गया है.