शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफे पर मेवालाल चौधरी ने दी सफाई, बताया आखिर क्यों छोड़ा पद
बिहार में नई सरकार बनते ही सबसे अधिक सुर्खियों में रहे मेवालाल चौधरी के शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद इस्तीफा दिए जाने से बिहार में सियासी पारा चढ़ा हुआ है.
पटना:
बिहार में नई सरकार बनते ही सबसे अधिक सुर्खियों में रहे मेवालाल चौधरी के शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद इस्तीफा दिए जाने से बिहार में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. विपक्ष इसे अपनी जीत बताने की कोशिश कर रहा है तो साथ ही नीतीश कुमार की बदनामी भी हो रही है. हालांकि इन सब के बीच मेवालाल ने अपने इस्तीफे को लेकगर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि वह नीतीश कुमार के सच्चे सिपाही हैं और उनकी छवि के लिए उन्होंने यह कुर्बानी दी है.
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एक निजी चैनल से बातचीत में मेवालाल चौधरी ने कहा, 'उन्होंने नीतीश कुमार के सच्चे सिपाही होने के नाते इस्तीफा दे दिया है, ताकि उनकी छवि पर किसी तरह का दाग न आए.' जदयू नेता ने कहा कि जब तक उनके ऊपर लगे आरोप खत्म नहीं हो जाते वो इस पद पर नहीं रहेंगे. उल्लेखनीय है कि मेवालाल चौधरी को नीतीश का करीबी माना जाता है. वह फिलहाल जदयू के सदस्य हैं. राज्य में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में तारापुर सीट से निर्वाचित हुए हैं.
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नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार में मेवालाल को शिक्षा मंत्री बनाया गया था. तभी से मेवालाल को लेकर राज्य में सियासी बवाल मचा है. मेवालाल ने गुरुवार को ही शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण किया था और कुछ ही घंटों में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया. बता दें कि मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार का आरोप है. भागलपुर बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति रहते समय मेवालाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे.