.

धुरंधरों से भरी सनराइजर्स के लिए मिडिल ऑर्डर बड़ा सिरदर्द, विलियमसन को बेंच पर गुजारने होंगे कई मैच

वॉर्नर ने 12 मैचों में 692 रन बनाए थे और बेयरस्टो ने 10 मैचों में 445 रन बनाए थे. इस समय ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें वनडे सीरीज खेल रही हैं और ऐसे में उनके शुरुआती मैचों में लेकर संशय बना हुआ है.

News Nation Bureau
| Edited By :
15 Sep 2020, 11:50:38 AM (IST)

नई दिल्ली:

डेविड वॉर्नर की सनराइजर्स हैदराबाद ने साल 2016 में खेले गए आईपीएल के 9वें सीजन का खिताब जीता था. आईपीएल 2016 का चैंपियन बनने के बाद सनराइजर्स हैदराबाद आईपीएल की टॉप टीमों में गिने जाने लगी. लेकिन मौजूदा समय में सनराइजर्स हैदराबाद अपने कमजोर मिडल ऑर्डर की वजह से काफी दिक्कतों में है.

आईपीएल का खिताब जीतने वाली छह टीमों में से एक सनराइजर्स हैदराबाद 2016 के बाद से लगातार ऐसी टीम रही है जो खिताब की दावेदार मानी जाती रही है. 2016 में खिताब जीतने के बाद, 2017 में वो चौथे स्थान पर रही और 2018 में फाइनल में पहुंची. 2019 में टीम चौथे स्थान पर रही थी. पहले इस टीम को डेक्कन चार्जर्स के नाम से जाना जाता था और उस टीम ने 2009 में खिताब भी दिलाया था. टीम की बल्लेबाजी मजबूत मानी जाती है और उससे ज्यादा गेंदबाजी उसकी मजबूत है.

ये भी पढ़ें- ENG vs AUS: तीसरे वनडे में वापसी कर सकते हैं स्टीव स्मिथ, एडम जैम्पा ने कही ये बड़ी बात

सनराइजर्स हैदराबाद की सलामी जोड़ी में दो बड़े नाम है- डेविड वॉर्नर और जॉनी बेयरस्टो. इन दोनों ने पिछले सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन किया. वॉर्नर ने 12 मैचों में 692 रन बनाए थे और बेयरस्टो ने 10 मैचों में 445 रन बनाए थे. इस समय ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें वनडे सीरीज खेल रही हैं और ऐसे में उनके शुरुआती मैचों में लेकर संशय बना हुआ है. लेकिन जब यह जोड़ी मैदान पर उतरेगी तो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के लिए सिर दर्द हो सकती है.

सनराइजर्स हैदराबाद के लिए सबसे बड़ी मुसीबत ये है कि जिस मैच में वॉर्नर और बेयरस्टो नहीं चलते हैं, उस मैच में टीम को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में सनराइजर्स मोहम्मद नबी के साथ जा सकती है जो निचले क्रम में बल्ले से तेजी से रन बना सकते हैं, लेकिन नबी को टीम में शामिल करने पर केन विलियमसन को बाहर बैठना पड़ सकता है.

ये भी पढ़ें- डीडीसीए ने 2 साल में मुकदमेबाजी पर खर्च किए 9 करोड़ रुपये : अधिकारी

विलियमसन जब टीम की कप्तानी नहीं कर रहे होते हैं जब उनका टीम में रहना एक सवाल ही रहता है. विश्व के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार विलियमसन को अधिकतर मैचों में बेंच पर ही देखा गया है क्योंकि नबी के अलावा उन्हीं के हमवतन राशिद खान भी टीम का अहम हिस्सा है. पहले के सीजन को देखते हुए इस बार भी ऐसी संभावनाएं हैं कि आईपीएल के 13वें सीजन में भी विलियमसन को ज्यादातर मैचों में बेंच पर ही बैठना पड़ सकता है.

किसी भी टीम के बैटिंग ऑर्डर के लिए नंबर-3 का स्थान काफी अहम होता है. आईपीएल के 13वें सीजन में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए सनराइजर्स हैदराबाद के पास एक और विकल्प मिल गया है. नंबर-3 पर प्रियम गर्ग बल्लेबाजी के लिए भेजे जा सकते हैं. बता दें कि अंडर-19 विश्व कप में भारत को फाइनल में पहुंचाने वाले कप्तान प्रियम गर्ग का यह पहला आईपीएल होगा. प्रियम गर्ग के अलावा टीम के पास नंबर-3 पर बल्लेबाजी के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा का भी विकल्प मौजूद है.

इस स्थान के लिए विराट सिंह तीसरे विकल्प हैं जिन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 142.32 की स्ट्राइक रेट से 343 रन बनाए थे. इसके बाद मनीष पांडे का खेलना पक्का है जो बीते कुछ वर्षों से टीम के स्थायी सदस्य हैं और आईपीएल का बड़ा नाम हैं. निचले क्रम में आजमाने के लिए टीम के पास विजय शंकर, फेबियन एलन, 18 साल के अब्दुल समद और मोहम्मद नबी हैं.

ये भी पढ़ें- ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सीरीज में मिली दर्शकों को एंट्री

टीम की गेंदबाजी भुवनेश्वर कुमार और राशिद खान के इर्द गिर्द घूमती है. यहां संदीप शर्मा, बेसिल थम्पी, सिद्धार्थ कौल उन दोनों का साथ दे सकते हैं जो बीते सीजनों में टीम को मजबूती देते हुए आए हैं.

टीम- डेविड वॉर्नर (कप्तान), अभिषेक शर्मा, बेसिल थम्पी, भुवनेश्वर कुमार, बिली स्टानलेक, केन विलियम्सन, मनीष पांडेय, मोहम्मद नबी, राशिद खान, संदीप शर्मा, शाहबाज नदीम, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), श्रीवस्त गोस्वामी (विकेटकीपर), सिद्धार्थ कौल, खलील अहमद, टी. नागाराजन, विजय शंकर, अब्दुल समद, फेबियन एलन, मिचेल मार्श, प्रियम गर्ग, संदीप बवानाका, संजय यादव और विराट सिंह.