OMG : मोहम्मद शमी ने तीन बार खुदकुशी के बारे में सोचा था, लेकिन क्यों
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि जब वह 2015 विश्व कप के बाद चोट से वापसी कर रहे थे, तब उन्होंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था.
New Delhi:
आदमी कभी कभी इतना टूट जाता है कि उसे जीवन रास नहीं आता और उसे लगता है कि इस दुनिया को छोड़ जाना ही बेहतर है. इंसान अपनी जान देने के लिए अलग अलग तरीके अपनाता है. क्या आप सोच सकते हैं कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी एक दौर में एक दो बार नहीं बल्कि तीन तीन बार ऐसा करने के बारे में सोच चुके हैं. यह खुलासा खुद मोहम्मद शमी ने ही किया है, और वह भी हिटमैन रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम पर चैट करने के दौरान.
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भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि जब वह 2015 विश्व कप के बाद चोट से वापसी कर रहे थे, तब उन्होंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था. मोहम्मद शमी ने इंस्टाग्राम पर रोहित शर्मा के साथ बात करते हुए बताया कि 2015 विश्व कप के बाद अपनी चोट से वापसी करते हुए और निजी जीवन की परेशानियों के बीच उन्हें अपनी एकाग्रता बनाए रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था. मोहम्मद शमी ने कहा, मैं 2015 विश्व कप में चोटिल हो गया था. इसके बाद मुझे 18 महीने लगे टीम में वापसी करने में और वह मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दौरा था.
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मोहम्मद शमी ने कहा, आप जानते हैं कि रिहैब कितना मुश्किल होता है और उसके बाद पारिवारिक समस्याएं. ये सब चल रहा था और इसी बीच आईपीएल से 10-12 दिन पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया था. मीडिया में काफी कुछ चल रहा था मेरे निजी मुद्दों को लेकर भी. मोहम्मद शमी ने अपनी वापसी के पीछे परिवार द्वारा मिले समर्थन को वजह बताया है. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि अगर मुझे मेरे परिवार का साथ नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट छोड़ देता. मैंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था. मेरे परिवार में से किसी को मेरे पर नजर रखने के लिए मेरे पास बैठना होता था. मेरा घर 24वें माले पर था और उन्हें लगता था कि मैं कहीं अपार्टमेंट से कूद न जाऊं.
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उन्होंने कहा, लेकिन मेरा परिवार मेरे साथ था और इससे बड़ी ताकत कुछ नहीं हो सकती. वे लोग मुझसे कह रहे थे कि हर समस्या का समाधान होता है और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दो. जिस चीज में तुम अच्छे हो उसमें खो जाओ. इसलिए मैंने सबकुछ खो दिया. मैं नेट्स में गेंदबाजी कर रहा था. मैं रनिंग एक्सरसाइज कर रहा था. मुझे नहीं पता था कि मैं क्या कर रहा था. मैं दबाव में था. उन्होंने कहा, अभ्यास के समय में मैं दुखी हो जाता था और मेरा परिवार मुझसे कहता था कि फोकस रहो. मेरा भाई मेरे साथ था. मेरे कुछ दोस्त मेरे साथ थे और मैं यह बात कभी नहीं भूल सकता और अगर वह लोग नहीं होते तो मैं कुछ भयानक कर जाता.
आपको बता दें कि इस वक्त कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में क्रिकेट ही नहीं सभी खेल रुके हुए हैं. खिलाड़ी भी अपने अपने घरों में कैद हैं. खिलाड़ी अपनी एक्सरसाइज पूरी करते हैं, उसके बाद भी उनके पास काफी वक्त बच जाता है, ऐसे में खिलाड़ी आपस में भी बात करते हैं. खिलाड़ियों ने बात करने का अनूठा तरीका अपनाया है, वे इंस्टाग्राम पर लाइव आते हैं और आपस में बात करते हैं. ऐसी ही कुछ बातचीत रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी के बीच हुई.
(आईएएनएस इनपुट)