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अबे कुरुविला भी चयनकर्ता पद की दौड़ में, अजित अगरकर से मिलेगी टक्‍कर

टीम इंडिया के सिलेक्‍टर की रेस अब और भी ज्‍यादा रोचक होती हुई नजर आ रही है. तीन चयनकर्ताओं का कार्यकाल अब समाप्‍त हो रहा है और उनकी जगह नए चयनकर्ताओं को चुना जाना है.

Bhasha
| Edited By :
19 Nov 2020, 04:04:26 PM (IST)

मुंबई:

टीम इंडिया के सिलेक्‍टर की रेस अब और भी ज्‍यादा रोचक होती हुई नजर आ रही है. तीन चयनकर्ताओं का कार्यकाल अब समाप्‍त हो रहा है और उनकी जगह नए चयनकर्ताओं को चुना जाना है. इस रेस में एक और नया नाम जुड़ गया है, वे हैं पूर्व तेज गेंदबाज अबे कुरुविला. भारत और मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज अबे कुरुविला राष्ट्रीय चयन पैनल में खाली तीन पद में से एक को भरने की दौड़ में शामिल हैं. सरनदीप सिंह (उत्तर क्षेत्र), देवांग गांधी (पूर्व क्षेत्र) और जतिन परांजपे (पश्चिम क्षेत्र) का कार्यकाल पूरा होने के बाद चयन समिति में ये पद खाली हुए हैं. पता चला है कि 10 टेस्ट और 25 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले अबे कुरुविला ने समय सीमा खत्म होने से दो दिन पहले 13 नवंबर को इस पद के लिए आवेदन किया. 

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अबे कुरुविला ने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में 25-25 विकेट चटकाए हैं. अबे कुरुविला इससे पहले 2008-12 तक जूनियर चयन समिति का हिस्सा रह चुके हैं और जब भारत ने 2012 में अंडर 19 विश्व कप जीता था तो वह समिति के अध्यक्ष थे. इसी साल उन्हें मुंबई का मुख्य चयनकर्ता भी बनाया गया. नवी मुंबई के रहने वाले 53 साल के पूर्व तेज गेंदबाज को हालांकि भारत और मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर से कड़ी टक्कर मिलेगी जिन्हें इस पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. अजित अगरकर भी मुंबई के मुख्य चयनकर्ता रह चुके हैं. मदनलाल की अगुआई वाली क्रिकेट सलाहकर समिति चयनकर्ताओं का चयन करेगी. इस समिति में आरपी सिंह और सुलक्षणा नाईक भी शामिल हैं. समिति ने इसी साल मार्च में पांच सदस्यीय समिति में सुनील जोशी (दक्षिण क्षेत्र) और हरविंदर सिंह (मध्य क्षेत्र) का चयन किया था.

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आपको बता दें कि बीसीसीआई की नए लुक वाली राष्ट्रीय चयन समिति का प्रोफाइल और बेहतरीन होना तय है क्योंकि भारत के मशहूर पूर्व खिलाड़ियों जैसे चेतन शर्मा, मनिंदर सिंह और शिव सुंदर दास ने अपने संबंधित क्षेत्रों से खाली पद के लिए आवदेन भरा है. बीसीसीआई ने हालांकि अधिकारिक रूप से क्षेत्रीय प्रणाली खत्म कर दी है लेकिन ऐसी संभावना कम ही है कि एक ही क्षेत्र से दो लोगों को चयन पैनल में रखा जाएगा. दक्षिण क्षेत्र से सुनील जोशी (84 अंतरराष्ट्रीय मैच - 15 टेस्ट और 69 वनडे) चेयरमैन थे जबकि मध्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व हरविंदर सिंह कर रहे थे. लेकिन कुछ आवेदकों के पास जोशी से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैचों का अनुभव है और ऐसी स्थिति में लोढा समिति के नियमों के अनुसार उन्हें अपने पद को छोड़ना पड़ेगा. 

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उत्तर क्षेत्र से एक बड़े खिलाड़ी बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह (94 मैच - 35 टेस्ट और 59 वनडे) ने भी आवेदन भरा है. मनिंदर ने कहा है कि हां, मैंने पिछली बार जनवरी में भी आवेदन भरा था और मैं इस बार भी ऐसा कर रहा हूं. अगर मौका मिला तो मैं निश्चित रूप से अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहूंगा. ऐसी भी अफवाहें थी कि पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज सुब्रतो बनर्जी पूर्वी क्षेत्र से आवेदन भरेंगे लेकिन इसकी पुष्टि हो गई कि उन्होंने इस पद के लिए आवेदन नहीं किया है.