Extinct Birds: क्या इस कारण से लुप्त हो गई पक्षियां...?
हानिकारक प्रदूषण: उदाहरण के लिए, वायु, जल, और भूमि प्रदूषण पंखियों के लिए हानिकारक हो सकता है. वायु प्रदूषण के कारण अधिकतम प्रदूषण, जलमार्ग परिस्थितियों में परिवर्तन, और भूमि का अत्यधिक उपयोग आदि पंखियों के लिए खतरनाक हो सकता है.
हवाई जहाजों और इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रभाव: हवाई जहाजों के प्रयोग, जंगलों के कटाई, और बांधों का निर्माण पंखियों के नेस्टिंग स्थलों को खतरे में डाल सकता है और उनके प्रजनन द्वारा उत्पन्न उत्सर्जनों को प्रभावित कर सकता है.
क्लाइमेट चेंज: जलवायु परिवर्तन के कारण आबादी के स्थानों में परिवर्तन, जल की स्तर में उतार-चढ़ाव, और आबादी के बाद बदलते आदतों से पंखियों के जीवन को प्रभावित किया जा सकता है.
विवादित विनाशकारी उपायों का प्रयोग: कुछ स्थानों पर निकट के पंखियों के प्रजातियों के विनाशकारी उपायों का प्रयोग किया गया है, जैसे कि उच्च वोल्टेज लाइनें, केमिकल प्रतिबंध, और अधिकतम प्रदूषण आदि.
पंखियों के लुप्त हो जाने से पृथ्वी के जीवन की संतुलन में विपरीत परिणाम हो सकते हैं, जिससे पर्यावरण की संतुलन और विविधता पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए, हमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग रहने और पर्यावरण के साथ संवाद और सम्मानपूर्वक बर्ताव करने की आवश्यकता है.
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