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जम्‍मू-कश्‍मीर भारत का आंतरिक मामला, सरकार का फैसला कश्‍मीरियों के भले के लिएः राजनाथ

यहां सरकार ने जो कुछ भी किया है या कर रही है वो जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आर्थिक विकास, लोकतंत्र और समृद्धि में सुधार के लिए कर रही है.

20 Aug 2019, 07:16:50 PM (IST)

नई दिल्‍ली:

जम्‍मू-कश्‍मीर पर एक बार फिर भारत को अमरिका का साथ मिला है. अमेरिका ने एक फिर दुहराया है कि जम्‍मू-कश्‍मीर भारत का आंतरिक मामला है. वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि यहां सरकार ने जो कुछ भी किया है या कर रही है वो जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आर्थिक विकास, लोकतंत्र और समृद्धि में सुधार के लिए कर रही है.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलावार को अमेरिकी रक्षा सचिव मार्क एस्‍पर के साथ टेलीफोन पर बातचीत की. रक्षा मंत्री ने मार्क को अमेरिकी रक्षा सचिव के रूप में उनकी नियुक्ति पर बधाई दी.

राजनाथ ने सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के भारत के प्रयास के लिए अमेरिकी समर्थन की सराहना की. उन्होंने कहा कि धारा 370 से संबंधित मुद्दे भारत का आंतरिक मामला है, जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आर्थिक विकास, लोकतंत्र और समृद्धि में सुधार करना है.

Defence Min raised issue of cross-border terrorism&appreciated US support for India’s effort to maintain peace&stability in region. He said issues relating to Article 370 are India's internal matter, aimed at improving economic development, democracy&prosperity for people of J&K. https://t.co/rGQWzvAYLM

— ANI (@ANI) August 20, 2019

बता दें पाकिस्‍तान कश्‍मीर के लिए UN में भी गिड़गिड़ाया, यहां उसके आका चीन के अलावा किसी ने भी साथ नहीं दिया. जबसे जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटा पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान लगातार भारत विरोधी बयान दे रहे हैं. इमरान ने पुलवामा जैसे हमले और युद्ध तक की धमकी दे दी. वहीं इमरान खान के लगातार गैरजिम्‍मेदाराना बयानों से अमेरिका भी नाराज है. 

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बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात को अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से करीब 30 मिनट तक बात की. इस दौरान द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा क्षेत्रीय शांति का भी मसला उठा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्‍तान का नाम लिए बिना कहा कि 'कुछ नेताओं द्वारा' भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी क्षेत्रीय शांति के लिए लाभकारी नहीं है. पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण के निर्माण पर जोर दिया और कहा कि ऐसे वातावरण में सीमा पार आतंकवाद की कोई जगह नहीं होनी चाहिए.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डोनाल्ड ट्रंप से बात करने की खबर आते ही इमरान खान ने भी अमेरिकी राष्‍ट्राध्‍यक्ष से बात की. इमरान खान को लग रहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी की तरह उन्‍हें भी तवज्‍जो मिलेगी, लेकिन उन्‍हें अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने डांट पिला दी. ट्रंप ने इमरान से भारत के साथ संबंधों में शांति बनाए रखने को कहा. ट्रंप ने इमरान खान से किसी भी तरह के एक्शन, आक्रामक रुख से दूरी बनाने की नसीहत दी. साथ ही ट्रंप ने इमरान खान को आक्रामक बयान देने से बचने की भी बात कह डाली.

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वहीं पाकिस्तान से लगातार किए जा रहे भारत-विरोधी ट्वीट्स के खिलाफ भारतीय प्रशासन की शिकायत करने के बाद कथित तौर पर माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने पाकिस्तान के 200 ट्विटर अकाउंट्स निलंबित कर दिए हैं. डॉन न्यूज के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने ट्विटर को बताया था कि पिछले सप्ताह जो 200 ट्विटर अकाउंट्स निलंबित किए गए हैं, वे कश्मीर मुद्दे पर ट्वीट कर रहे थे.