कांग्रेस का पीएम मोदी पर तंज, कहा- किसानों से ज्यादा दिल्ली के छोले भटूरे की चिंता
पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी किसानों और मज़दूरों से बात करके उनकी समस्याओं का समाधान निकालने के बजाए, PR में लगे हैं. उन्हें इससे ज्यादा जरूरी दिल्ली के छोले-भटूरे के नुकसान को लेकर है.
नई दिल्ली:
फिट इंडिया डायलाग (Fit India Dialogue) को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसा है. उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी किसानों और मज़दूरों से बात करके उनकी समस्याओं का समाधान निकालने के बजाए, PR में लगे हैं. उन्हें इससे ज्यादा जरूरी दिल्ली के छोले-भटूरे के नुकसान को लेकर है. आपको बता दें कि गुरुवार को पीएम मोदी ने फिट इंडिया डॉयलॉग के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) से बातचीत की. इस दौरान विराट कोहली ने पीएम के सवाल पर इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें अपने फिटनेस और अच्छे डाइट के लिए कई सारी चीजों का त्याग करना पड़ता है और अपनी जीवन शैली में बहुत से बदलाव लाने पड़ते है.
विराट कोहली ने कहा कि वो अपनी फिटनेस के लेकर इतने ज्यादा प्रतिबद्ध हैं कि उन्हें 'प्रैक्टिस छोड़ने से ज्यादा खराब फिटनेस सेशन छोड़ने पर लगता है. इस पर पीएम मोदी ने मजाक में कहा कि 'इस मंत्र का मतलब है कि दिल्ली के छोले-भटूरों का नुकसान हुआ होगा. इसी बात को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी के फिट इंडिया डायलॉग पर तंज कसते हुए कहा कि, पीएम मोदी किसानों और मज़दूरों से बात करके उनकी समस्याओं का समाधान निकालने के बजाए, PR में लगे हैं. उन्हें इससे ज्यादा जरूरी दिल्ली के छोले-भटूरे के नुकसान को लेकर है. आपको बता दें कि मौजूदा समय विराट कोहली IPL टूर्नामेंट के लिए दुबई में हैं.
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नीतीश कुमार पर भी बोला हमला
कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को बिहार में केंद्र सरकार और बिहार सरकार पर कृषि विधेयकों को लेकर मोर्चा खोलते हुए कहा कि मोदी जी और नीतीश बाबू कसम किसानों की खाते हैं और दोस्ती मुट्ठीभर पूंजीपतियों से निभाते हैं. सुरजेवाला ने यहां कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि तीन काले कानून के माध्यम से हरितक्रांति को हराने की यह भाजपा की साजिश है. उन्होंने कहा, आज देशभर में 62 करोड़ किसान, मजदूर और 250 से अधिक किसान संगठन इन काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी और जदयू सरकार देश को बरगला रहे हैं.
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नीतीश कुमार ने बर्बाद की खेती
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने खेती को बर्बाद करना शुरू किया और आज पूरी तरह से तबाह कर दिया है. सुरजेवाला ने कहा कि देश में कोरोना, सीमा पर चीन और खेती पर मोदी सरकार हमलावर है. किसान विरोधी यह तर्जरुबा नीतीश बाबू के नेतृत्व में साल 2006 में बिहार में प्रारंभ किया गया था. रणदीप सुरजेवाला ने सवालिया लहजे में कहा, अगर अनाज मंडी, सब्जी मंडी व्यवस्था यानी एपीएमसी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी, तब कृषि उपज खरीद प्रणाली भी पूरी तरह नष्ट हो जाएगी. ऐसे में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य कैसे मिलेगा, कहां मिलेगा और कौन देगा?
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उन्होंने कहा कि ये तीनों अध्यादेश संघीय ढांचे पर सीधे-सीधे हमला हैं. खेती और मंडियां संविधान के सातवें शिड्यूल प्रांतीय अधिकारों के क्षेत्र में आते हैं, लेकिन मोदी सरकार ने प्रांतों से राय लेना तक उचित नहीं समझा. खेती का संरक्षण और प्रोत्साहन स्वभाविक तौरे से प्रातों का विषय है, लेकिन उनकी कोई राय नहीं ली गई. इधर, राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने पत्रकार वार्ता के बाद आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा कि महामारी की आड़ में मोदी सरकार 'किसानों की आपदा' को 'पूंजीपतियों के अवसर' के रूप में उपलब्ध करवाकर किसानों के साथ जो व्यवहार कर रही है, उसे देश के किसान कभी नहीं भूलेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के हक की लड़ाई संसद से प्रारंभ कर सड़कों पर ले आई है.