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नाना पटोले निर्विरोध रूप से चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर

नाना पटोले निर्विरोध रूप से चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर

01 Dec 2019, 03:22:13 PM (IST)

highlights

  • कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नाना पटोले निर्विवाद रुप से स्पीकर चुन लिए गए हैं.
  • स्पीकर के चुनाव के लिए बीजेपी (BJP) ने नाम वापस लिया.
  • बीजेपी ने संसदीय परंपरा और गरीमा का लाज रखते हुए ये कदम उठाए हैं.

मुंबई:

कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता नाना पटोले (Nana Patole) निर्विवाद रुप से महाराष्ट्र असेंबली के स्पीकर चुन लिए गए हैं. स्पीकर के चुनाव (Speaker Election) के लिए बीजेपी (BJP) ने नाम वापस लिया. स्पीकर को लेकर सर्वदलीय बैठक में फैसला लिया गया है. BJP ने अपना स्पीकर पद पर किया नामांकन वापस ले लिया जिसके बाद कांग्रेस के नाना पटोले निर्विरोध रूप से स्पीकर चुन लिए गए. बता दें कि स्पीकर के लिए बीजेपी की ओर से किशन कथोरे (Kisan Kathore) का नाम आगे किया है. 

दरअसल बीजेपी ने संसदीय परंपरा और गरीमा का लाज रखते हुए ये कदम उठाए हैं. बता दें कि 30 नवंबर को हुए फ्लोर टेस्ट में महा विकास अघाड़ी के सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के असेंबली में बहुमत हासिल कर लिया था. 

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एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि इससे पहले, विपक्ष (बीजेपी) ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भी पर्चा भरा था, लेकिन अन्य विधायकों के अनुरोध और विधानसभा की गरिमा को बनाए रखने के लिए, उन्होंने नाम वापस ले लिया। अब अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होना चाहिए.

Chagan Bhujbal, NCP on Maharashtra Assembly Speaker Election: Earlier, Opposition also filled form for the post of Assembly Speaker, but after request by other MLAs and to keep dignity of Assembly intact, they have taken back the name. Now, election of Speaker to happen unopposed pic.twitter.com/V1FUeThMnK

— ANI (@ANI) December 1, 2019

उद्धव सरकार के पक्ष में कुल 169 विधायकों ने वोट किया जबकि 4 विधायको ने वोटिंग नहीं की है. बता दें कि बीजेपी (BJP) ने फ्लोर टेस्ट (Floor Test) से पहले ही सदन की कार्रवाई का बहिष्कार (Walkout) किया है.

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महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Agadhi) ओर से कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने सदन के पटल पर विश्वास प्रस्ताव रखा था. प्रोटेम स्पीकर ने हेड काउंट करवाया. एक एक करके कुल 169 विधायकों ने सरकार के पक्ष में वोट किया लेकिन कुल 4 विधायक ऐसे रहे जिन्होंने वोटिंग नहीं की. जिन चार विधायकों ने वोटिंग नहीं की है उनमें 1 MNS, 2 MIM और 1CPIM के विधायक हैं.

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फ्लोर टेस्ट के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो छत्रपति शिवाजी और अपने माता पिता के नाम पर शपथ लेते हैं कि ये कार्रवाई असंवैधानिक नहीं है. अगर ये कार्रवाई असंवैधानिक है तो वो इसी काम को दुबारा भी कर सकते हैं.