.

मोदी सरकार ने असम में शांति प्रक्रिया स्थापित की है, विकास की गंगा बहाया है: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) शनिवार को असम दौरे पर हैं. यहां उन्होंने कामरूप में आयोजित एक कार्यक्रम में गुवाहाटी में दूसरे मेडिकल कॉलेज की नींव रखीं. इस दौरान शाह ने कहा कि असम में अब विकास हो रहा है.

News Nation Bureau
| Edited By :
26 Dec 2020, 03:49:57 PM (IST)

नई दिल्ली :

गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) शनिवार को असम दौरे पर हैं. यहां उन्होंने कामरूप में आयोजित एक कार्यक्रम में गुवाहाटी में दूसरे मेडिकल कॉलेज की नींव रखीं. इसके साथ ही 9 लॉ कॉलेज और बतद्रवा थान के लिए आधारशिला रखी.ॉ इस दौरान अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब अलगाववादी इन राज्यों (पूर्वोत्तर) में युवाओं के हाथों में हथियार देते थे. लगभग सभी सशस्त्र समूह मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और युवाओं द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप विश्व स्तर पर अन्य स्टार्टअप के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि आगे का रास्ता क्या है? विकास ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है. विकास हो रहा है और आगे भी होगा लेकिन वैचारिक परिवर्तन की भी आवश्यकता है और यह केवल विकास से नहीं हो सकता है.

अमित शाह ने बताया कि बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र समझौते पर हस्ताक्षर करके, मोदी सरकार ने असम में शांति स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की है. बोडो युवा, जिन्होंने हथियार उठाए थे, अब मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं.

उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी ने पूर्वोत्तर के विकास को केंद्र में रखकर 6 साल सरकार चलाई है.मुझे भरोसा है कि आगे भी हमारी सरकार इसी प्रकार पूर्वोत्तर की सेवा करती रहेगी.

और पढ़ें:पंजाब में पाकिस्तान ISI रच रहा है बड़ी आतंकी साजिश

केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि मोदी जी जबसे प्रधानमंत्री बनें तब से असम की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बहुत बड़ा योगदान किया है. असम में लगभग 15 लाख अस्थाई और 5-10 लाख स्थायी आबादी के लिए आधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनने वाली है.

अमित शाह ने आगे कहा कि पहले 5 साल में कभी-कभार कोई प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर में आता था. लेकिन मोदी जी ने 6 साल के अंदर स्वयं 30 बार पूर्वोत्तर के दौरा किया है और हर बार तौहफा लेकर आये हैं.

मुझे ये कहते हुए खुशी हो रही है कि देश मे कोरोना का सामना करने में असम सबसे ऊपर के राज्यों में रहा है. टेस्टिंग के मामले में ये आगे रहा. यहां मृत्यु दर भी .47 % रही.

और पढ़ें: NDA से आरएलपी के बेनीवाल ने नाता तोड़ने की दी धमकी

दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन को लेकर अमित शाह ने कहा कि अभी कुछ लोग कृषि सुधार कानूनों को लेकर बड़ा आंदोलन कर रहे हैं. मैं सभी से इस मौके पर अपील करना चाहता हूं कि आप मुख्यधारा में आइये, सरकार के साथ चर्चा कीजिये और समस्या का समाधान ढूंढ़िए.