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देश में बढ़ते कोरोना के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की नई Guidlines

भारत में शनिवार सुबह तक कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 59 हजार के पार हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा, 'देश मे कोरोनावायरस महामारी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है.

News Nation Bureau
| Edited By :
09 May 2020, 04:10:34 PM (IST)

नई दिल्ली:

भारत में शनिवार सुबह तक कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 59 हजार के पार हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा, 'देश मे कोरोनावायरस महामारी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. अब तक 1 हजार 981 मौतों सहित कुल 59 हजार 662 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं. वहीं, उपचार के बाद कुल 39 हजार 834 लोगों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई.'

देश में बढ़ते कोरोना के प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइ़डलाइन जारी की है. मंत्रालय ने अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस मरीजों के डिस्चार्ज नियमों में कुछ बदलाव किया है. मंत्रालय ने अब कोरोना मरीजों के अस्पाल में रखने का समय 14 दिन से घटाकर 10 दिन कर दिया है.

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स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी की गई नई गाइड लाइन के अनुसार, अब केवल कोरोना के गंभीर मरीजों की ही कई बार जांच की जाएगी. इसके अलावा जो मरीज बीमारी से रिकवर हो चुके है, उनकी जांच अब केवल एक ही बार की जाएगी. वहीं उस जांच में अगर टेस्ट निगेटिव आया तो मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी. अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए नए दिशा निर्देश-जारी कर दिए गए हैं.

नई गाइड लाइन के मुताबिक, अब गंभीर मामलों में ही कोरोना संक्रमित मरीजों को डिस्चार्ज से पहले RT और PCR से गुजरना होगा, बाकी मरीजों को 10 दिनों में ही छुट्टी दी जा सकती है. इन मरीजों का RT और PCR टेस्ट नहीं कराया जाएगा.

बता दें कि अब तक कोरोना के मरीज को 24 घंटे के अंदर दो बार हुए आरटी और पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही ठीक माना जाता था. हालांकि अब एक भी टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने पर मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अपने नए दिशा-निर्देशों में यह भी साफ किया है कि कोरोना संक्रमित में लक्षण दिखाई देने के 10 दिन बाद अगर 3 दिन तक मरीज को बुखार नहीं आता है तो उसे बिना किसी RT और PCR टेस्ट किए ही छुट्टी दे दी जाएगी.

अगर कोरोना का हल्का लक्षण है तो उसे दो श्रेणी में बांटा गया है. पहला अगर फीवर शुरू के 3 दिनों में ठीक हो जाए और अगले 4 दिनों तक अगर ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत न पड़े तो ऐसी सूरत में लक्षण आने के 10 दिन बाद बिना किसी RT और PCR टेस्ट किए मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकता है. बशर्ते बुखार न हो, सांस लेने में तकलीफ न हो और ऑक्सीजन की जरूरत न हो.

दूसरे केस में अगर बुखार 3 दिनों में न जाए और ऑक्सीजन थेरेपी की जरूरत हो तो ऐसे मरीज को लक्षण खत्म होने पर और 3 दिनों तक लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत न पड़े तभी उसे डिस्चार्ज किया जा सकता है. ऐसे केस में भी डिस्चार्ज से पहले RT और PCR टेस्ट की जरूरत नहीं होती है. जारी की गई नई गाइड लाइंस में कहा गया है कि डिस्चार्ज से पहले टेस्ट की कोई आवश्यकता नहीं होगी.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के नए निर्देशों में साफ कर दिया है कि कोरोना मरीजों को डिस्चार्ज के समय बताया जाएगा कि उन्हें घर पहुंचने के बाद भी 7 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहना होगा. वहीं मरीजों को ​स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराए जाने के बाद अगर तीन दिनों तक कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई देते हैं तो अगले चार दिनों के लिए उन्हें हल्के मामलों में वर्गीकृत कर दिया जाएगा.

गौरतलब है कि देश मे सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज महाराष्ट्र में हैं. यहां अब तक 19 हजार 63 लोग कोरोना से पीड़ित बताए गए हैं. इनमें में से 3 हजार 470 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है. वहीं, यहां महामारी के चलते 731 लोगों की मौत हुई है. इसके बाद गुजरात मे सबसे ज्यादा मरीज हैं. यहां शनिवार सुबह तक कुल 7 हजार 402 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 1 हजार 872 उपचार के बाद ठीक हुए हैं, जबकि 449 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.

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राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. दिल्ली में अब तक कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 6 हजार 318 हो गई है. यहां 2020 लोग इस बीमारी से ठीक भी हो गये हैं, जबकि यहां 68 लोगों की मौत हो गई है. इस बीच अंडमान-निकोबार पूर्ण रूप से कोरोना वायरस से मुक्त हो चुका है . इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और गोवा भी इस वायरस से मुक्त राज्य बना हुआ है.