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कांग्रेस का उपवास ख़त्म, राहुल बोले BJP की दलित विरोधी मानसिकता का विरोध जारी रहेगा

बीजेपी की विचारधारा देश को बांटने की है, दलितों, आदिवासियों और अलपसंख्यकों को कुचलने वाली है और हम उनकी विचारधारा का हमेशा विरोध करेंगे।

News Nation Bureau
| Edited By :
09 Apr 2018, 07:12:15 PM (IST)

नई दिल्ली:

देश में दलितों के ख़िलाफ़ कथित रुप से बढ़ रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी की चल रही उपवास ख़त्म हो गई है।

उपवास ख़त्म होने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'देश में जो माहौल बनाया गया है वो बीजेपी की विचारधारा के कारण हुआ है। बीजेपी की विचारधारा देश को बांटने की है, दलितों, आदिवासियों और अलपसंख्यकों को कुचलने वाली है और हम उनकी विचारधारा का हमेशा विरोध करेंगे।'

वहीं आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) पर निशाना साधते हुए कहा, '2019 लोकसभा चुनाव में हम इनको हरा के दिखाएंगे।'

वहीं जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी के दलित नेता ने भी इस बारे में पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी तो उन्होंने कहा, 'बीजेपी के दलित नेता संसद में हमें भी बताते हैं कि पीएम मोदी दलित के ख़िलाफ़ है और उनके दिल में इस समुदाय के लिए कोई जगह नहीं है।'

वहीं बीजेपी ने कांग्रेस द्वारा आयोजित इस विरोध को उनका नाटक बताया है। बीजेपी का कहना है कि वे सिर्फ अपने अध्यक्ष राहुल गांधी को लांच करना चाहते हैं।

राहुल सोमवार को उपवास के लिए जैसे ही राजघाट पहुंचे, बीजेपी ने कांग्रेस और उसके शीर्ष नेताओं को दलित नेता भीमराव आंबेडकर के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू सहित अन्य पार्टी नेताओं के कथित दुर्व्यवहार की याद दिलाई।

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बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, 'कांग्रेस दलित तुष्टीकरण की राजनीति नेहरूजी के जमाने से कर रही है। आज (सोमवार) वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लांच करने के लिए नाटक कर रहे हैं। कांग्रेस अपने नेता को लांच करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।'

कांग्रेस अध्यक्ष पर कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि राहुल गांधी कर्नाटक राज्य में दलितों के खिलाफ अत्याचारों की तरफ से मुंह नहीं फेर सकते, क्योंकि वहां कांग्रेस का शासन है।

पात्रा ने कांग्रेस पर ऐसे मौकों का फायदा उठाकर राहुल गांधी को अपने नेता के तौर पर लांच करने का आरोप लगाया और कहा, 'गुजरात में आपने पाटीदारों के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश की। हरियाणा में जाट आरक्षण की मांग करके आपने वही कोशिश की। मध्य प्रदेश में आप मंदसौर जाकर किसानों के साथ होने का दिखावा करते रहे, जबकि कैमरे में आपके नेता हिंसा भड़काते देखे गए।'

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बीजेपी नेता ने कहा, 'राहुल गांधी कर्नाटक में भूख हड़ताल क्यों नहीं करते, जहां कांग्रेस राज में दलितों पर अत्याचार के 9,080 मामले दर्ज हैं, 358 दलितों की हत्या हो चुकी है और 809 दलित महिलाओं का शोषण हुआ है।'

उन्होंने सवाल किया, 'ये दोहरी मानसिकता क्यों? क्या कर्नाटक के दलित, दलित नहीं हैं?'

बीजेपी के एक अन्य प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने राहुल गांधी के उपवास को नाटक करार दिया। उन्होंने राहुल गांधी पर सुप्रीम कोर्ट के 20 मार्च के निर्णय के बाद देश का माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, 'यह राहुल गांधी का दलितों के लिए प्यार नहीं है। हिंसा फैलाने के बाद वे अहिंसा का नाटक कर रहे हैं।'

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